जयपुर। जिले में तरुण इंटरनेशनल श्रमिक यूनियन सीटू की आम सभा में केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर गंभीर चिंता जताई गई। सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों के निजीकरण का विरोध किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आगामी बजट में चार लेबर कोड लागू किए जाते हैं, तो सभी केंद्रीय श्रम संगठन राष्ट्रीय हड़ताल पर जाएंगे।
सभा में यूनियन के महामंत्री कामरेड संतोष गुर्जर ने यूनियन चुनाव गुप्त मतदान से कराने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। राजस्थान में बिजली और जल के निजीकरण के विरोध में सीटू पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रही है।
संगठन ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी नाराजगी व्यक्त की। सीटू ने आरोप लगाया कि बजट पर चर्चा के लिए सरकार ने व्यापारी संगठनों और पूंजीपतियों से तो वार्ता की, लेकिन केंद्रीय श्रम संगठनों की अनदेखी की। इस संबंध में मुख्यमंत्री को विरोध पत्र भी भेजा गया है।
जिला कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड किशन सिंह राठौड़ ने संगठन के विस्तार पर जोर दिया और नए सदस्यों का स्वागत किया। यूनियन अध्यक्ष कामरेड भीमाराम की उपस्थिति में सभा का समापन किया गया। सभा में यह भी निर्णय लिया गया कि लेबर कोड लागू होने पर तरुण इंटरनेशनल के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे।