जयपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने डोटासरा के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उप चुनाव में डोटासरा और कांग्रेस पार्टी के नेता बड़ी-बड़ी बातें करते थे। लेकिन सीएम भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के नेतृत्व में बीजेपी की भारी भरकम जीत हुई।
लगता है डोटासरा हमारी इस जीत के सदमे से अभी तक उबर नहीं पाए हैं। इसलिए हल्की मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि डोटासरा ने प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ पर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करके सारी हदें पार कर दी हैं।
मदन राठौड़ वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। इस समय पार्टी के अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद हैं। वहीं पूर्व में विधायक भी रह चुके हैं। उनके बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करना अशोभनीय है। बीजेपी का कार्यकर्ता इस तरह की बयानबाजी को सहन नहीं करेगा और अगर इस तरह की बातें आएंगी तो वे करारा जवाब सुनने के लिए तैयार भी रहें।
डोटासरा ने राठौड़ को बताया था नया नवेला
दरअसल, पीसीसी में गणतंत्र दिवस समारोह के बाद डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को नया नवेला बताया था। उन्होंने कहा- बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नए नवेले हैं। उन्हें पता नहीं महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए किस प्रकार से संघर्ष किया। पंडित जवाहर लाल नेहरू जेल गए। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का बलिदान हो गया। वो इस तरीके की बातें करते हैं। उनको तो कहने का अधिकार ही नहीं है। वह मोदी की फोटो लगाकर और शॉल ओढ़कर सोते हैं।
उनके किसी कार्यक्रम में कोई नेता कितना ही बड़ा क्यों न हो। मोदी के चिन्ह का मफलर पहनता है। उनकी मजबूरी है, वो किसको खुश कर रहे हैं। हम तो देश की आजादी से लेकर अब तक स्वर्णिम भारत देख रहे हैं। उसको बनाने के लिए जिनका योगदान है, त्याग, तपस्या और बलिदान है। उस कांग्रेस पार्टी की स्थापना ही देश को आजाद करवाने के लिए हुई।
डोटासरा ने कहा था कि मदन राठौड़ के पास कोई काम नहीं है। एक सामान्य कार्यकर्ता कह रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष की चल नहीं रही, उनकी डिजायर चल नहीं रही।