बारां। जिले में एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत मंगलवार को शक्ति दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष अभियान चलाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव सक्सेना के अनुसार, कार्यक्रम में 6 माह से लेकर 24 वर्ष तक की आयु वर्ग को शामिल किया गया।
आशा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न आयु वर्ग के लिए अलग-अलग इलाज दिया। 6 माह से 59 माह तक के बच्चों को 1 एमएल आईएफए सिरप पिलाया गया। 5 से 9 वर्ष के स्कूल न जाने वाले बच्चों को गुलाबी आईएफए गोली दी गई। 10 से 19 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरियों को नीली आईएफए गोली वितरित की गई।
कार्यक्रम में 20-24 वर्ष की विवाहित महिलाएं, गर्भवती महिलाएं और धात्री माताएं भी शामिल की गईं। सभी लाभार्थियों की एनीमिया स्क्रीनिंग शारीरिक लक्षणों के आधार पर की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को एनीमिया मुक्त बनाना और लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है।