कोटा। जिले में लकवाग्रस्त शिक्षा विभाग से रिटायर्ड अधिकारी को 2 साल से घर में खड़ी बाइक का ऑनलाइन चालान भेजा गया। चालान भी कोटा से 80 किमी दूर का है। चालान में नंबर उनकी बाइक का है लेकिन फोटो किसी और गाड़ी की है। उन्होंने ग्रामीण एसपी ऑफिस में शिकायत दी है।
रिटायर्ड सहायक प्रशासनिक अधिकारी अर्जुन सिंह हाड़ा (70) ने बताया- वे कोटा के खेड़ली फाटक के पास रहते है। दो साल से शरीर के बाएं हिस्से में लकवा मारा हुआ है। इस कारण बाइक भी घर में खड़ी है। उसे कोई नहीं चलाता। इसके बाद भी 27 जनवरी की शाम मोबाइल पर ऑनलाइन चालान का मैसेज थाना चेचट से आया था।
यह थाना कोटा से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। ऑनलाइन चालान पुलिस की तरफ से आया और जमा भी हो गया। चालान में मेरी गाड़ी का फोटो भी नहीं है। चालान में फोटो में बाइक टीवीएस हैं।
अधिकारी ने गाड़ी जब्त क्यों नहीं की?
अर्जुन सिंह ने बताया- ऑनलाइन चालान कोटा पुलिस ग्रामीण के चेचट थाने के हेड कॉन्स्टेबल साजिद खान की ओर से बाइक पर दो से ज्यादा सवारी का बनाया गया है, जिसमें घटना स्थल चेचट बताया गया है। बाइक के चालान के फोटो में न तो स्पष्ट रूप से नंबर दिखाए गए हैं और न ही तीन सवारी बैठाने का फोटो है। सिर्फ खड़ी बाइक का फोटो भेजकर चालान ऑनलाइन मैसेज से भेज दिया गया है।
बाइक दिखने में बजाज या टीवीएस एलाय व्हील लग रही है जबकि वास्तविक में बाइक हीरो होंडा की स्प्लेंडर प्लस है। जब खड़ी बाइक का फोटो लिया गया है तो वाहन मालिक से ड्राइविंग लाइसेंस रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अधिकारी की ओर से लेना चाहिए थे।
ई-चालान में अधिग्रहित दस्तावेज No लिखा हुआ। जब दस्तावेज नहीं थे तो अधिकारी को गाड़ी जब्त करने की कार्यवाही करनी चाहिए थी। मैं ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कोटा ऑफिस गया। वाहन एप्लिकेशन भी देकर आया लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। मामले को लेकर ग्रामीण एसपी सुजीत शंकर ने बताया- अगर इस तरह का कोई मामला आया है तो उसे चेक करवाएंगे।