पाली। माता-पिता मजदूरी पर गए थे। पीछे से घर में 8 साल की बच्ची और उसका छोटा भाई थे। घर में बने वाटर टैंक से बच्ची ने पाली निकालने की कोशिश की। इस दौरान संतुलन बिगड़ा और बच्ची पानी में समा गई। यह देख छोटा भाई चिल्लाते हुए मदद मांगने पड़ोस में गया। पड़ोसी आए लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। घटना पाली शहर के सुभाषनगर भटवाड़ा मोहल्ले में सोमवार सुबह हुई।
स्थानीय निवासी गोविंद बंजारा ने बताया- भटवाड़ा में रहने वाले किशनलाल की आर्थिक स्थिति खराब है। वह और उसकी पत्नी दोनों मजदूरी पर निकल जाते हैं। पीछे से अक्सर उनके दो बच्चे घर में अकेले रहते हैं। सोमवार को माता पिता के जाने के बाद बेटी सोनाक्षी वाटर टैंक से पानी निकाल रही थी।
इस दौरान अचानक उसका पैर फिसला और वह टैंक में गिर गई। सोनाक्षी को डूबता देख उसका भाई दौड़कर घर से बाहर गया और मोहल्लेवासियों को घटना बताई। पड़ोसी तुरंत टैंक के पास पहुंचे। टैंक गहरा होने के कारण एक युवक अंदर उतरा और काफी मशक्कत के बाद बच्ची को बाहर निकाला।
पड़ोसियों ने माता-पिता को घटना की सूचना दी और सोनाक्षी को तुरंत इलाज के लिए बांगड़ हॉस्पिटल ले गए। वहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचे माता पिता के आंसू नहीं थमे। उन्हें पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने संभाला।