जोधपुर। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के सरदारपुरा थाने में एक व्यक्ति ने सोने के बिस्किट देने के नाम पर नकली बिस्किट थमाने को लेकर मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि इसको लेकर आरोपियों ने 35 लाख रुपए की ठगी कर दी। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है। सरदारपुरा थाने में दी रिपोर्ट में सुनील माहेश्वरी पुत्र रामकृष्ण महेश्वरी निवासी आडा बाजार पुलिस थाना सदर बाजार ने बताया- वह होलसेल पर दुकानदारों से ज्वेलरी बनवाकर देने का काम करते हैं। उनका मसूरिया के बाबा रामदेव मंदिर के पास रहने वाले ज्वेलर्स मनोज सोनी से संपर्क है। उनसे कई बार ज्वेलरी भी तैयार करवा चुके हैं।
सोना चेक करने के बाद ऑर्डर दिया
सितंबर 2024 के बीच में उनके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से फोन आया। उस व्यक्ति ने अपना नाम धनराज सोनी बताया। उसने कहा- आपके मोबाइल नंबर मनोज सोनी निवासी जोधपुर ने दिए हैं। जो आपको सस्ते भाव में सोना दे सकता है। उन्होंने सैंपल दिखाने को लेकर कहा तो सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में व्यक्ति जोधपुर आया। उसे सोने का 100 ग्राम का एक असली बिस्किट दिखाया। उसको चेक करने के बाद 500 ग्राम सोने का आर्डर दिया। इसके बदले में 35 लाख रुपए देना तय किया गया था।
डिब्बी में नकली सोना निकला
आरोपी ने पीड़ित को कहा कि सोने के लेनदेन को लेकर मनोज सोनी को जानकारी नहीं देना। उसने दो-तीन दिन बाद सोने की सप्लाई करने की बात कही। उसके बाद तीन दिन बाद खुद को धनराज सोनी बताने वाले व्यक्ति ने फोन किया और उसे चिल्ड्रन पार्क सरदारपुरा के पास पैसे लेकर आने को कहा। इस पर वह अपने लैपटॉप के बैग में 35 लाख रुपए लेकर अपने मिलने वाले तीन लोगों के साथ चिल्ड्रन पार्क सरदारपुरा आए। जहां पर धनराज सोनी और उसके साथ एक लड़का भी था।
उन्होंने पैसा उसके हाथ में दे दिया। उसने मेरे हाथ में पीली धातु के पास बिस्किट प्लास्टिक की छोटी डिब्बियों में डालकर दे दिए और कहा कि जल्दी से यहां से निकल जाओ नहीं तो कोई पकड़ लेगा। उसके बाद हम लोग वहां से निकल गए। बाद में घर ले जाकर डिब्बी को खोल तो सभी बिस्किट नकली नजर आ रहे थे। चैक करवाने पर बिस्किट नकली होने की पुष्टि हो गई। उसके बाद उस नंबर पर फोन किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
इसके बाद उसको मुकदमा दर्ज करवाने को लेकर कॉल कर बताया। आरोपी ने कहा कि वह 1 अक्टूबर को मुंबई से जयपुर फ्लाइट से आ रहा है। आपको पैसे मिल जाएंगे। उसके बाद फिर जयपुर गए तो वहां आरोपी मिला नहीं। आरोपी ने उसे मुंबई बुलाया। बाद में उसके बताए ठिकाने पर 9 अक्टूबर को अपने मित्र के साथ पीड़ित मुंबई गया लेकिन आरोपी वहां से भी फरार हो गया। उसके बाद पीड़ित ने थाने पहुंचकर मामला दर्ज करवाया।