अलवर। डीग जिले के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के गांव माधोगढ़ के 18 साल के इकलौते बेटे ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। जो सीकर कोचिंग में NEET की तैयारी कर रहा था। परिवार के लोग उसका रिश्ता करने का मन बना रहे थे। प्रारंभिक तौर पर उसी से नाराज होकर उसने जहर खा लिया। हालांकि यह जांच का विषय है। घटना 11 फरवरी शाम चार बजे की है। छात्र ने 12 फरवरी की रात को अलवर में दम तोड़ दिया।
मृतक छात्र के चाचा जुबेर ने बताया कि गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के माधोगढ़ निवासी 18 वर्षीय फारूक पुत्र अयूब खान 1 वर्ष से सीकर में नीट की तैयारी कर रहा था। करीब 12 दिन पहले वह घर आया था। वह माता-पिता का इकलौता बेटा है। एक बहन है। इसी कारण परिवार के लोग चाह रहे थे कि बेटा का रिश्ता कर लें। मृतक का पिता अयूब ट्रक ड्राइवर है। लेकिन छात्र फारुक पढ़ाई में होशियार था। गोपालगढ़ से 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद उसे सीकर कोचिंग करने भेज दिया था। अब घर आने के बाद 11 फरवरी की शाम 4 बजे उसने सुसाइड कर लिया। उस वक्त छात्र फारुक घर पर अकेला था। परिजन आए तो वह बेहोश मिला। पास में जहरीली दवा का रेपर पड़ा मिला। उसके बाद उसे गोपालगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से रैफर होने के बाद 12 फरवरी को अलवर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
बाद में परिजनों ने कहा बहन का रिश्ता कर रहे थे
हालांकि शाम को परिजनों ने कहा कि हम फारुक की छोटी बहन का रिश्ता सीकरी में करना चाह रहे थे। तब फारुक भी घर आ गया था। वह बहन का रिश्ता सीकरी करना चाहता था। लेकिन परिवार के लोगों ने कहा था कि पहले अच्छे से जानकारी कर लेते हैं। इसके बाद फारुक ने यह कदम उठा लिया। जो समझ से परे है। फारुक ने 12वीं तक पढ़ाई गोपालगढ़ से की। जिसके 12वीं में 94 पर्सेंट अंक आए थे। उसके बाद 1 साल पहले सीकर कोचिंग करने भेजा था।