जयपुर। पश्चिम बंगाल के माणबाजार से आने वाले जॉयदीप दत्ता MCA की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में 50 से अधिक कंपनियों ने रिजेक्ट कर दिया। यहां तक कि कैपजेमिनी में 90% स्कोर करने के बावजूद कम्युनिकेशन स्किल्स की कमी के कारण उन्हें नौकरी नहीं मिली।
लगातार मिल रहे रिजेक्शन से हताश होने की बजाय जॉयदीप ने 2019 में अपनी IT कंपनी ‘एफनोसिस इंडिया’ की शुरुआत की। यह कंपनी डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग और ब्रांड मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करती है। कोविड लॉकडाउन के दौरान व्यवसाय को नुकसान हुआ, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले गए।
आज जॉयदीप की कंपनी का वार्षिक टर्नओवर करोड़ों में है और वह सैकड़ों युवाओं को रोजगार प्रदान कर रहे हैं। अब वह अपने जैसे प्रतिभाशाली युवाओं की मदद करने के लिए कोलकाता से राजस्थान आए हैं, जहां वह विभिन्न शहरों में कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन कर रहे हैं।
जॉयदीप की सफलता की कहानी बताती है कि असफलता कभी अंतिम नहीं होती। उन्होंने अपनी कमियों को पहचाना, नए कौशल सीखे और आज वह एक सफल उद्यमी बन गए हैं जो दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।