जयपुर। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के जयपुर परिसर में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आंतरिक अभियोजना समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राजस्थान उच्च न्यायालय की अधिवक्ता निधि खंडेलवाल ने पोश (POSH) एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कानून के प्रावधानों, इसके कारणों और परिणामों के साथ-साथ आंतरिक अभियोजना समिति की भूमिका और अधिकार क्षेत्र पर विशेष प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर बोध कुमार झा ने अपने संबोधन में चारित्रिक और नैतिक मूल्यों के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन मूल्यों को अपनाकर यौन उत्पीड़न जैसी स्थितियों को रोका जा सकता है। कार्यक्रम में आंतरिक अभियोजना समिति की अध्यक्षा प्रो. शुभस्मिता मिश्र ने सभी का स्वागत किया, जबकि समन्वयक मीना कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

लेटेस्ट न्यूज़
सड़क हादसे में एलडीसी की मौत, रोड क्रॉस करने के दौरान तेज रफ्तार बाइक ने मारी टक्कर
June 28, 2025
4:51 pm
जहरीला पदार्थ खाने से कारीगर की मौत, पति-पत्नी के बीच अक्सर होता था झगड़ा
June 28, 2025
3:31 pm
अधिकारी नही पंहुचे तो कुर्सी के चिपकाया ज्ञापन
June 28, 2025
3:28 pm
युवक के सीने में घुसा मवेशी का सिंग, लंग्स डेमेज; पत्नी को लेने ससुराल जा रहा था
June 28, 2025
3:06 pm

कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकने के लिए जागरूकता अभियान : अधिवक्ता निधि खंडेलवाल ने पोश एक्ट पर जानकारी दी, कानून के प्रावधानों पर विशेष प्रकाश डाला


Pankaj Garg
सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान