जयपुर। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के जयपुर परिसर में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आंतरिक अभियोजना समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राजस्थान उच्च न्यायालय की अधिवक्ता निधि खंडेलवाल ने पोश (POSH) एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कानून के प्रावधानों, इसके कारणों और परिणामों के साथ-साथ आंतरिक अभियोजना समिति की भूमिका और अधिकार क्षेत्र पर विशेष प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर बोध कुमार झा ने अपने संबोधन में चारित्रिक और नैतिक मूल्यों के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन मूल्यों को अपनाकर यौन उत्पीड़न जैसी स्थितियों को रोका जा सकता है। कार्यक्रम में आंतरिक अभियोजना समिति की अध्यक्षा प्रो. शुभस्मिता मिश्र ने सभी का स्वागत किया, जबकि समन्वयक मीना कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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March 13, 2025
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कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकने के लिए जागरूकता अभियान : अधिवक्ता निधि खंडेलवाल ने पोश एक्ट पर जानकारी दी, कानून के प्रावधानों पर विशेष प्रकाश डाला


Pankaj Garg
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