जयपुर। राजस्थान में इन दिनों मौसम बार-बार बदल रहा है, जिसके कारण आमजन की सेहत का मिजाज भी बिगड़ रहा है। दिन में तेज गर्मी और सुबह-शाम सर्दी के असर के चलते आमजन मौसमी बीमारियों की चपेट में आने शुरू हो गए। इसके कारण एसएमएस हॉस्पिटल समेत जयपुर के अन्य हॉस्पिटलों में मरीजों की भीड़ ओपीडी में बढ़ गई।
अकेले एसएमएस हॉस्पिटल की ओपीडी में इन दिनों हर रोज 10 हजार तक पहुंच गई है। एसएमएस हॉस्पिटल के अतिरिक्त अधीक्षक और श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत सिंह बताया- इन दिनों तापमान 30 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हो रहा है, जो औसत से भी 4-5 डिग्री सेल्सियस ऊपर है। जबकि सुबह-शाम की सर्दी तेज है। मौसम के इस उतार-चढ़ाव को लोग हल्के में ले रहे है, जिसके कारण वह बीमार हो रहे है।
डॉ. सिंह ने बताया- आमतौर गले के इंफेक्शन और सांस के पेशेंट ज्यादा आ रहे हैं। ये आने वाले कुछ दिनों में और बढ़ने की आशंका है। क्योंकि 15 फरवरी के बाद से पोलन सीजन यानी पराग ऋतु शुरू हो जाएगी। पोलन की एलर्जी में नजले के केस के अलावा नाक, आंख के आसपास इंफेक्शन के केस शुरू हो जाएंगे। साथ ही जो पुराने अस्थमा मरीज है। उनमें दिक्कत और बढ़ सकती है।
मास्क का उपयोग करें और ठंडे पदार्थ का सेवन न करें
डॉ. अजीत सिंह ने बताया- अभी सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़ों का उपयोग करना बंद न करें। दिन में भले ही लोग गर्म कपड़े न पहन रहे हो, लेकिन सुबह-शाम जरूर पहने। इसके अलावा अगले कुछ दिनों तक मास्क का सर्वाधिक उपयोग करें और हो सके तो ठंडे पदार्थ जैसे आइसक्रीम, ठंडा ज्यूस, शर्बत समेत अन्य चीजों के सेवन से भी बचे।
गले में इंफेक्शन और बुखार की शिकायत भी ज्यादा
एसएमएस हॉस्पिटल के अलावा पीएचसी-सीएचसी में जो मरीज आ रहे है उनमें गले में इंफेक्शन के अलावा बुखार के भी मरीज ज्यादा आ रहे है। डॉक्टर्स ने बताया कि इन दिनों अपर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (यूआरआई) ज्यादा बढ़ने की आशंका है। क्योंकि गर्मी से सर्दी या सर्दी से गर्मी के मौसम में ये सबसे ज्यादा तेजी से एक्टिव होते है।