पाली। जिले में गुरुवार को शबरी माता जयंती को लेकर भील समाज की ओर से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा शहर में निकाली गई। जिसका रास्ते में कई जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। पूरे रास्ते युवा नाचते-गाते हुए चल रहे थे। पुरुष मां शबरी के जैकारे लगा रहे थे तो महिलाएं सिर पर कलश धारण कर मंगलगीत गाते हुए चल रही थी। सुबह सूरजपोल भीलों का बड़ा बास से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा रवाना हुई। हाथ में भगवा ध्वज लिए युवक कलश यात्रा की अगुवाई करते हुए चल रहा था। उसके पीछे युवाओं की टीम सिर पर केसरिया ध्वज बांधे टू व्हीलर पर चल रहे थे। सिर पर कलश लिए महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रहे थी वही पुरुष मां शबरी के जैकारे लगाते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में शामिल झांकियों के जरिए मां शबरी के संदेशों को बताया गया। शहर के सूरजपोल भीलों का बड़ा बास से रवाना हुई कलश यात्रा गांधी मूर्ति, अम्बेडकर सर्किल, सूरजपोल, अहिंसा सर्किल होते हुए वापस सूरजपोल होते हुए भीलों का बड़ा बास पहुंच सम्पन्न हुई। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में भील समाज के लोग शामिल रहे।
समाज विकास के मुद्दों पर की चर्चा
भीलों बड़ा बास में आयोजित आमसभा में समाजबंधुओं ने समाज विकास के मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही शिक्षा के महत्व को बताते हुए बच्चों को उच्च शिक्षित करने की बात कही। जिससे बच्चों का बेहतर कॅरियर बन के।