भरतपुर। जिले के सेवर थाना इलाके के रहने वाले एक NSG कमांडो की पत्नी और बच्चे पुलिस के अधिकारियों के चक्कर लगाने के लिए मजबूर हो गए हैं। 4 महीने पहले गांव के कुछ लोगों ने जमीन विवाद के चलते NSG कमांडो पर फायरिंग करते हुए धारदार हथियार से हमला किया था। इलाज के दौरान NSG कमांडो का पैर काटना पड़ा था। अभी भी कमांडो दिल्ली में एडमिट है। कमांडो की पत्नी का कहना है की सेवर थाना पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दो आरोपियों के नाम FIR से निकाल दिए हैं।
NSG कमांडो बबलेश कुमार की पत्नी भूरो देवी निवासी गढ़ी जालिम ने बताया की 2 साल पहले उन्होंने गांव में ही भरतपुर के रहने वाले राजेंद्र प्रसाद नाम के व्यक्ति से 4 बीघा जमीन खरीदी थी। जमीन की बाउंड्री को लेकर गांव के लक्खो, राजवीर, सुबड से उनका विवाद हो गया था। अक्टूबर में बबलेश 15 दिन की छुट्टियों पर जम्मू कश्मीर से घर आया था। 23 अक्टूबर को सुबह के समय बबलेश अपनी जमीन की तरफ जा रहा था। इस दौरान लक्खो, राजवीर, सुबड ने अपने परिजनों के साथ मिलकर बबलेश पर हमला कर दिया। सभी लोगों ने बबलेश पर गोलियां बरसा दी। घटना का पता लगने के बाद जब बबलेश का बड़ा भाई बंशराम उसे बचाने आया तो, उन्होंने बंशराम पर भी फायरिंग कर दी। घटना में बबलेश के शरीर पर कई गोलियां लगी। बबलेश के पैर में तीन गोलियां लगी। साथ ही लक्खो, राजवीर, सुबड और उसके परिजनों ने बबलेश के पैर पर कुल्हाड़ी से भी वार किया।
घटना के बाद बबलेश को तुरंत भरतपुर के आरबीएम अस्पताल लाया गया। जहां से उसे तुरंत जयपुर के SMS अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां पर पर पैर में इंफेक्शन फैलने के कारण उसका सीधा पैर काटना पड़ा। जिसके बाद बबलेश के परिजनों ने घटना की सूचना आर्मी ऑफिस में दी। जिसके बाद बबलेश को दिल्ली के RR हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। जहां उसका अब भी इलाज जारी है।
बबलेश के परिजनों ने लक्खो, राजवीर, सुबड सहित कई लोगों के खिलाफ सेवर थाने मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए लक्खो और राजवीर के नाम FIR से निकाल दिए। राजवीर RAC में कांस्टेबल है। अब बबलेश की पत्नी का कहना है की जो मुख्य आरोपी थे उनका नाम पुलिस ने FIR से निकाल दिया। वह खुलेआम घूम रहे हैं। हालांकि पुलिस ने इस घटना में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अब बबलेश की पत्नी लक्खो और राजवीर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के अधिकारियों के चक्कर काट रही है।