हनुमानगढ़। जिले में दो केएनजे, सतीपुरा, कोहला और चक ज्वालासिंहवाला के ग्रामीण नगर परिषद में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीण 27 फरवरी को जिला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन करेंगे। शेरसिंह शाक्य के नेतृत्व में ग्रामीण नेताओं की एक टीम गांवों में जनसंपर्क कर रही है। इन गांवों के लोगों ने पहले भी जिला कलक्टर के समक्ष आपत्तियां दर्ज कराई थीं, लेकिन प्रशासन ने इन्हें खारिज कर दिया।
शाक्य ने बताया कि अब दो केएनजे के चक एक एसटीजी और चक ज्वालासिंहवाला को भी नगर परिषद में शामिल किया जा रहा है। इन गांवों में अधिकतर लोग दिहाड़ी-मजदूरी करते हैं। नगर परिषद में शामिल होने से वे मनरेगा जैसी सरकारी योजनाओं से वंचित हो जाएंगे। साथ ही उन्हें भारी टैक्स का बोझ भी उठाना पड़ेगा। ग्रामीण नेताओं का आरोप है कि नगर परिषद के पास शहरी क्षेत्र में बेचने के लिए जमीन नहीं बची है। इसलिए वह आसपास के गांवों की कृषि भूमि पर कब्जा करना चाहती है। ग्रामीण इसका विरोध करते रहेंगे और न्याय के लिए कोर्ट भी जाएंगे।