बिजयनगर (ब्यावर)। अजमेर संभाग के ब्यावर जिले के बिजयनगर शहर का चर्चित नाबालिक बालिकाओं को जाल में फंसाकर समुदाय विशेष के युवाओं द्वारा शोषण व ब्लेकमेल करने का मामले को लेकर प्रकरण में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो बिजयनगर पहुंचे ओर नगर पालिका बिजयनगर परिसर में प्रशासन के अधिकारियो की एक मिटिंग लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए साथ ही पीड़िताओं के परिजनों से मिलकर उनको हर संभव मदद दिलवाने का आश्वासन दिया मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने बताया कि इस मामले में यह बात सामने आई है कि बच्चियों को शिकायत करने का प्रॉपर तंत्र नही मिल पा रहा है ऐसी आशंका है कि और भी कई बच्चियां हो सकती है जो सामने नहीं आ पा रही है हमने निर्देश दिया है कि आगामी एक माह तक स्कूलों में शिकायत पेटी रखवाई जाए और प्राप्त शिकायत पर प्रतिदिन जांच कराई जाए में क्षेत्र की बेटियों से निवेदन करना चाहता हूँ आप अपना नाम बताएं बिना भी बच्चियां इन शिकायत पेटियों में शिकायत डाल सकती है सदस्य प्रियांक कानूनगो ने की मुलाकात।
हम पीड़ितोंओं से व पीड़िताओं के परिजन और स्कूल संचालक से मिले हैं और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए हैं की बालिकाओं के पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए और आज से ही उनकी वैकल्पिक व्यवस्था करके उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से शुरू करवा दी है साथ ही प्रशासन से हमने मदद की मांग की उस पर एस डी एम ने बताया कि 20 20 हजार रुपए की पीड़ितोंओं की आर्थिक सहायता तत्कालीन रूप में दी जा रही है।
पुलिस कार्रवाई
बिजयनगर पुलिस के डिप्टी मसूदा सज्जनसिंह ने बताया इस प्रकरण में अब तक पुलिस की पकड़ में 12 आरोपी आ चुके है जिसमें से 4 आरोपियों को आज शनिवार को अजमेर न्यायालय में पेश किया गया जहां से चारो आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।