टोंक। जिले के डिग्गी कस्बे में अवैध कॉलोनियां बढ़ती जा रही है। इसके चलते सरकार को तो लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होता जा रहा है, साथ इनमें लाखों रुपये खर्च कर आशियाना बनाने वाले लोगों को भी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि बिना कन्वर्जन की गई जमीन पर प्लाट खरीदकर मकान बनाने पर नगर पालिका कभी भी अवैध बताकर उसे ढहाने तक की कार्रवाई कर सकती है। ऐसे में उन्हे लाखों रुपयों का नुकसान हो सकता है।
अभी डिग्गी नगर पालिका क्षेत्र में डिग्गी से नुक्कड़ रोड, डिग्गी से सोडा रोड, डिग्गी से मालपुरा रोड, डिग्गी से कुरथल रोड पर कॉलोनाइजर सरकार के राजस्व का घाटा लगाते हुए बिना आवासीय कराए हुए लगातार कृषि भूमि पर प्लाट काट रहे है। कई लोग तो मकान भी बना रहे है। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है।
उधर इस कृषि भूमि पर प्लाट खरीदने वालों को बिना आवासीय में कन्वर्जन पट्टे नहीं मिलेंगे। ऐसे में उनके मकानों के आधिकारिक रूप से स्वामित्व भी नहीं बन पाएंगे। हालांकि कृषि भूमि के मालिक तो रहेंगे, लेकिन उस जमीन को बिना आवासीय में कन्वर्जन कराए बनाए गए मकान अवैध कहलाएंगे। इससे उन पर हमेशा सरकारी कार्रवाई का डर बना रहेगा। मालपुरा तहसीलदार पवन कुमार ने बताया कि डिग्गी नगर पालिका बनने के बाद अधिशासी अधिकारी के पद पर हंसराज चौधरी ने चार्ज ले लिया है। अवैध कॉलोनी का सर्वे करवाया जाएगा। उसके बाद जो अवैध कॉलोनियां होगी, उनके जिम्मेदार लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।