बांसवाड़ा। प्रदेश के बहुचर्चित वनरक्षक भर्ती पेपरलीक मामले में SOG को बड़ी कामयाबी मिली है। टीम ने पेपरलीक के मास्टरमाइंड हरीश सहारण उर्फ हीराराम को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि हरीश को मध्य प्रदेश के इंदौर से पकड़ा गया है। हरीश बाड़मेर का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार SOG टीम ने हरीश सहारण को इंदौर से पकड़ा। अब उसे बांसवाड़ा लाया गया है। यहां पूछताछ की जाएगी। बांसवाड़ा पुलिस ने हरीश पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। वह 8 महीने से फरार चल रहा था। जानकारी के अनुसार- हरीश सहारण का नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ है। हालांकि एसओजी ने इसे लेकर पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि एसओजी की टीम बांसवाड़ा पहुंच चुकी है और वनरक्षक भर्ती पेपरलीक को लेकर उससे विस्तार से पूछताछ की जाएगी। हरीश के पकड़े जाने से अब इस प्रकरण में कई खुलासे होने की संभावना है। कई और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस और एसओजी अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 6 वनरक्षक, 5 एजेंट पहले ही पकड़े जा चुके हैं। गिरफ्तार लोगों में 3 दंपती, दो शिक्षक और एक जेईएन भी है। पुलिस इस केस में 15 लोगों के खिलाफ नामजद केस भी दर्ज कर चुकी है।
वनरक्षक भर्ती-2020 का दोनों पारियों का पेपर बांसवाड़ा से लीक हुआ था। ये पेपर बाड़मेर से हरीश लेकर आया था। परीक्षा की दोनों ही पारियों से दो-दो घंटे पहले अभ्यर्थियों को मोबाइल से पेपर दे दिया गया था। इसके बाद बांसवाड़ा में ही अलग-अलग दो घरों पर उत्तर रटवाए गए थे। वनरक्षक भर्ती परीक्षा 13 नवंबर 2022 को हुई थी। जिन लोगों को उत्तर रटाए थे, उनमें से एक दंपती समेत 5 को नौकरी भी मिल गई। पेपर के बदले अभ्यर्थियों से 8-8 लाख रुपए लिए गए थे। मास्टरमाइंड हरीश के साथ डूंगरपुर के चीखली गांव का जेईएन अभिमन्युसिंह चौहान भी साजिश में शामिल था। पुलिस ने गड़बड़ी की जांच की तो गिरफ्तार आरोपी प्रवीण मालवीया ने वनरक्षक पेपर लीक होने की जानकारी दी थी।