जोधपुर। शहर के निकटवर्ती बालरवा गांव में रविवार सुबह कार व पिकअप से टक्कर मारकर एक शख्स की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। आरोपियों ने जमीनी विवाद की रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया था। एडीसीपी (ईस्ट) वीरेंद्रसिंह ने बताया कि बालरवा में 9 मार्च की सुबह आपसी रंजिश के चलते छत्तरसिंह की हत्या का मामला मथानिया दर्ज किया गया था। इस घटना में कार व पिकअप की टक्कर से घायल परिवार के रवींद्रसिंह (19) पुत्र छत्तरसिंह ने पर्चा बयान देकर बताया था कि 8 मार्च की शाम को जमीनी विवाद के चलते राजूसिंह व भोमसिंह ने परिवादी और उसके पिता पर लोहे के पाइप से हमला करने का प्रयास किया था, लेकिन क्षेत्र के ही ऋषिराज ने बीचबचाव कर छुड़ाया। उसी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए रवींद्र अपने पिता छत्तरसिंह व ऋषिराज के साथ रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे मथानिया थाने जाने के लिए घर से निकला था। रास्ते में ये तीनों लादूसिंह-ज्ञानसिंह की फैक्ट्री के निकट पहुंचे ही थे, तभी भोमसिंह, अजयपालसिंह, महिपालसिंह और राजूसिंह सहित अन्य एक कार और एक पिकअप लेकर आए और रवींद्र की बाइक को टक्कर मार दी। इससे रवींद्र व उसके पिता सड़क पर गिर गए, तब महिपालसिंह ने पिकअप से छत्तरसिंह को कुचल दिया। गंभीर रूप से दोनों घायलों को एमडीएम अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उपचार के दौरान छत्तरसिंह की मौत हो गई। जबकि, रवींद्रसिंह का एमडीएमएच में उपचार जारी है।
ऐसे संगीन मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए एसीपी (मंडोर) नगेंद्र कुमार के निर्देशन में मथानिया थानाधिकारी जयकिशन सोनी सहित अन्य की टीम गठित की गई। इस टीम ने लगातार बदमाशों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी करते हुए वारदात के 48 घंटे में आरोपी भोमसिंह (48) पुत्र गंगासिंह और उसके बेटे महिपालसिंह (20) को गिरफ्तार कर लिया था। थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि मृतक छत्तरसिंह और आरोपियों के घर आसपास ही है। घर के सामने से गुजरने वाले रास्ते को लेकर दोनों परिवार के बीच विवाद चल रहा था और इसी वजह से दोनों ही आपस में रंजिश पाले बैठे थे। इसी स्थिति में आरोपी भोमसिंह व उसके बेटे महिपालसिंह ने योजना बनाकर बाइम पर जा रहे छत्तरसिंह, उसके बेटे रवींद्र और रिश्तेदार ऋषिराज का पीछा करके पिकअप गाड़ी से टक्कर मारी और गाड़ी से कुचलकर छत्तरसिंह की हत्या कर दी। थानाधिकारी सोनी की अगुवाई में गठित अलग-अलग टीमों में एसआई चंद्रकिशोर, एएसआई बंशीलाल, डीसीपी ईस्ट ऑफिस की साइबर शाखा के एएसआई राकेश, मथानिया थाने के हैड कांस्टेबल प्रदीप, कांस्टेबल छोटूराम, रेखा, रुकमणी, नरेश, मनोज, शैतानाराम, गोपीलाल और रमेश भी शामिल रहे।