अलवर। कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी मीणा की शिकायत के बाद अलवर UIT ने जयसमंद के नीचे केसरपुर गांव में मंगलवार को करीब 25 बीघा जमीन पर हो रही अवैध प्लॉटिंग पर जेसीबी चलाई है। यह जमीन मास्टर प्लान में स्पोर्ट्स जोन है। गोचर भूमि, श्मशान भूमि, बहाव क्षेत्र होने के बावजूद यहां अवैध प्लॉटिंग कर दी। यही नहीं मत्स्य पालन की कुछ जमीन पर अवैध रूप से डिक्री थमा दी। जिसकी शिकायत कैबिनेट मंत्री ने मुख्य सचिव से की। उसके बाद अवैध प्लॉटिंग को तोड़ने का काम शुरू हुआ है। केसरपुर गांव के सरपंच ने पहले लगातार अलवर प्रशासन को लगातार शिकायत की थी। सरपंच ने शिकायत दी थी कि मत्स्य पालन की जमीन गलत तरीके से संतोष देवी पत्नी बन्नाराम मीणा के नाम डिग्री कर दी थी। जबकि संतोष देवी ने दूसरी जमीन खरीदी थी। लेकिन अफसरों ने मिलीभगत कर मत्स्य पालन की जमीन में से डिग्री कर दी। एक तरह से जमीन की अदला बदली कर दी। जो पूरी तरह गलत है।
शिकायत में बताया था कि इसके अलावा कुछ जमीन खरीदने के बाद कई भूमाफियों ने मिलकर अवैध प्लॉटिंग कर दी। जिसकी शिकायत बराबर की गई। लेकिन पहले तो प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। बाद में मामला डॉ किरोड़ी तक पहुंचा। उन्होंने अपने स्तर पर जांच कराई और दस्तावेज जुटाने के बाद मुख्य सचिव को भेजे। उसके बाद यहां अवैध प्लॉटिंग पर जेसीबी चली है। वहीं बीजेपी नेता बन्नाराम मीना का कहना है कि उसने कोई प्लॉटिंग नहीं की। न किसी तरह की गलत डिक्री हुई है। पत्नी के नाम से बहुत पहले जमीन खरीदी थी।
केसरपुर के सरपंच व ग्रामीणों की शिकायत के बाद अलवर के सर्किट हाउस में डॉ किरोड़ी ने प्रशासन के अधिकारियों को सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। बीजेपी के नेता को भी फटकारा था। उसके बाद दो दिन पहले डॉ किरोड़ी अलवर आए। तब भी उन्होंने कहा था कि कांग्रेस व बीजेपी के कुछ छुटभैया नेता अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा करने में लगे हैं। जिनकी शिकायत की है। अवैध प्लॉटिंग व निर्माण तोड़ने के लिए सदर थाना, अकबरपुर व मालाखेड़ा थाने की पुलिस पहुंची है। यहां तहसीलदार रश्मि शर्मा कुछ ही देर रुकी। उसके बाद मौके से वापस निकल गई। यूआईटी के तहसीलदार अनिल शर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।