कोटा। शहर के नयापुरा इलाके में कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया। सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने लोकतंत्र बचाओ रैली निकाल कर जोरदार प्रदर्शन किया। लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू को वित्तिय अनियमिताओं के चलते राज्य सरकार के आदेश के बाद प्रधान पद से निलंबित कर दिया था। गुड्डू 20 मार्च को हाईकोर्ट से स्टे लेकर आये जिसके बाद भी लाडपुरा पंचायत समिति के दफ्तर में नईमुद्दीन गुड्डू को प्रधान का चार्ज नही दिया जा रहा। इसी के चलते कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता सर्किट हाउस पर इकट्ठा हुए। कांग्रेसी कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते हुए रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पर पहुचे यहां कांग्रेसियों ने मंत्री मदन दिलावर का पुतला जलाया। कांग्रेसी कलेक्ट्री से लाडपुरा पंचायत समिति कार्यालय के बाहर पहुंचे यहां भी कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया। पंचायत समिति कार्यालय के अंदर एक कमरे में बैठे कांग्रेस के पूर्व मंत्री भरत सिंह को किसी पुलिसकर्मी ने कमरे के अंदर बंद कर दिया। भरत सिंह 15 से 20 मिनट तक कमरे के अंदर ही बंद रहे।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री भरत सिंह ने बताया कि लाडपुरा पंचायत के वीडियो के दफ्तर के अंदर में बैठा हुआ था। मैं वहां दफ्तर में बैठकर सभी कार्यकर्ताओं का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान मैं कमरे से बाहर आने लगा तो वहां मौजूद सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी ने मुझे कहा कि आप यहीं बैठ जाइए मैंने कहा कि मैं प्रदर्शन में शामिल होने आया हूं ना कि यहां बैठने इसी दौरान उसने बाहर कमरे का गेट लगाकर कुंडी लगा दी और मैं 15 से 20 मिनट तक अंदर कमरे में बंद रहा। भरत सिंह ने कहा कि यहां के मंत्री आग लगा रहे हैं। मैं तो आग बुझाने वाला हूं। यहां के राजनीतिज्ञ लोग कोर्ट तक का आदेश भी नहीं मान रहे।
लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू ने बताया कि राज्य सरकार के आरएएस अधिकारी के द्वारा जांच करवाई गई थी। उसे जांच के अंदर अधिकारी ने लिखा कि नईमुद्दीन गुड्डू लाडपुरा प्रधान के खिलाफ कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है। यह रिपोर्ट उन्होंने कोटा के मंत्री मदन दिलावर को दी उन्होंने लिखा कि यहां के एईएन, अकाउंटेंट और नईमुद्दीन गुड्डू को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए। हम न्यायालय में गए जहां न्यायालय के द्वारा स्थगन आदेश दिया गया। न्यायालय के द्वारा लिखा गया कि नईमुद्दीन गुड्डू को प्रधान का चार्ज दिया जाए। उसके बावजूद भी कोटा के प्रशासन द्वारा न्यायालय की अनदेखी की जा रही है। सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है।