झुंझुनूं। शहर में एनएमटी कॉलेज के पास स्थित भारत फाइनेंस इन्क्लूजन लिमिटेड के कार्यालय में तीन हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोलकर फाइनेंस कंपनी के अकाउंटेंट ऑफिसर को बंधक बनाकर लूटपाट की। बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर चांदी की चेन और बाइक लूटकर फरार हो गए। इस वारदात की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, लेकिन दो दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। यह घटना सुबह 9:06 बजे की है, जब फाइनेंस कंपनी में सिर्फ अकाउंटेंट अमित भार्गव मौजूद थे। अधिकतर कर्मचारी मार्च क्लोजिंग की रिकवरी के लिए फील्ड में गए हुए थे। अमित भार्गव अपने लैपटॉप पर काम कर रहे थे, तभी तीन बदमाश ऑफिस में घुसे, जिनमें से एक के पास पिस्टल थी। बदमाशों ने पिस्टल तानकर अमित को डराया और सेफ की चाबी मांगी।
जब अमित ने बताया कि चाबी बीएम सर के पास है, जो फिलहाल फील्ड में हैं, तो बदमाशों ने टेबल और दराज खंगालनी शुरू कर दी। उन्होंने अमित के गले से चांदी की चेन छीन ली, मोबाइल फोन छीन लिया और मारपीट कर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। इतना ही नहीं, बदमाशों ने मोबाइल फोन को फ्लाइट मोड पर डालकर दराज में रख दिया ताकि वे किसी को फोन न कर सकें। इसके बाद बदमाश कार्यालय में रखी बाइक की चाबी लेकर बाहर निकले और कंपनी के बाहर खड़ी बाइक लेकर फरार हो गए। घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने ऑफिस और मुख्य सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज खंगालने पर पता चला कि बदमाशों ने वारदात से पहले पूरी रैकी की थी।
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, एक युवक पहले ऑफिस में आया और कर्मचारियों से पूछताछ की कि बीएम सर कब आएंगे। जब अमित ने बताया कि वे 11 बजे आएंगे, तो युवक वहां से चला गया। इसके ठीक 15 मिनट बाद यानी 9:06 बजे तीनों बदमाश अंदर घुसे और लूट की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने सेफ का लॉक तोड़ने की भी कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिलने के कारण उसमें रखे 3.43 लाख रुपये बच गए।
लूट के करीब 10 मिनट बाद जब ऑफिस में काम करने वाली कुक मीरा वहां पहुंची, तो उसने देखा कि दरवाजा खुला हुआ था। जब उसने अंदर आवाज लगाई, तो अमित भार्गव ने किसी तरह बाहर आकर उसे दरवाजा खोलने को कहा। इसके बाद अमित ने तुरंत बीएम गोविंद सिंह राठौड़ और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें बदमाशों को बाइक से भागते हुए देखा गया। इसके बावजूद दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस किसी भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई।
इस वारदात के बाद झुंझुनूं जिले में बढ़ते अपराधों और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे हैं। शहर के व्यापारियों और आम नागरिकों में भय का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर दिनदहाड़े हथियारबंद लूट हो सकती है और बदमाश आसानी से भाग सकते हैं, तो शहर में सुरक्षा व्यवस्था का क्या हाल होगा? इस मामले में कोतवाल हरजिंद्र सिंह ने बताया कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी अमित भार्गव की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों के आधार पर बदमाशों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
इस घटना के बाद झुंझुनूं शहर के व्यापारी और स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि सीसीटीवी में बदमाश साफ दिख रहे हैं, तो पुलिस को उन्हें पकड़ने में इतनी देरी क्यों हो रही है। इसके अलावा, व्यापारियों ने पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने और गश्त बढ़ाने की मांग भी की जा रही है।