भीलवाड़ा। भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति, भीलवाड़ा द्वारा युगाब्द 5127, चैत्र शुक्ल एकम् विक्रम संवत 2082 के पावन अवसर पर शानदार, भव्य एवं दिव्य नववर्ष महोत्सव का आयोजन किया गया। पूरे नगर में भक्ति, उल्लास और भारतीय संस्कृति की छटा देखने को मिली। इस शुभ अवसर पर विशाल शोभायात्रा, लोक कला के अद्भुत प्रदर्शन, भजन-कीर्तन, नृत्य-नाट्य एवं भव्य आतिशबाजी ने शहर को उत्सवमय बना दिया।
भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति के महानगर संयोजक विशाल गुरुजी ने बताया कि इस शुभ अवसर पर 30 मार्च 2025 (रविवार) को सायं 7.00 बजे से अंबेडकर चौराहा (रेलवे स्टेशन) से दूधाधारी गोपाल मंदिर, सांगानेरी गेट तक भव्य शोभायात्रा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान रंगारंग झांकियां, नृत्य प्रस्तुतियां एवं लोक संगीत कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिनमें शिव जी की बारात, बहरूपिया कला प्रदर्शन, निहंग – अखाड़ा प्रदर्शन व विश्व हिंदू परिषद द्वारा अखाड़ा प्रदर्शन, कत्थक नृत्य, गैर नृत्य – यह पारंपरिक राजस्थानी नृत्य अपनी अनूठी शैली और जीवंतता के लिए प्रसिद्ध है। महापुरुषों की फिल्म एवं झांकी, चंग फाग महोत्सव, रासलीला एवं रामलीला – भगवान श्रीकृष्ण एवं श्रीराम के जीवन पर आधारित विशेष नृत्य-नाट्य, रामलला सजीव झांकी एवं भजन कीर्तन, गवरी नृत्य, नुक्कड़ नाटक एवं नौटंकी, लोक एवं स्थानीय वाद्य यंत्र प्रस्तुति, आदियोगी एवं महाकाल आरती, हरे रामा हरे कृष्णा संकीर्तन, ढोल एवं बैण्ड कला प्रदर्शन, नौ देवी झांकी और अंत में बजरंगी चौराहे पर आतिशबाजी की गई।