कोटा। व्यापारी से मारपीट कर 65 हजार छीनने के मामले में कार्रवाई नहीं होने से गुस्साए शिवाजी मार्केट व्यापार संघ ने सिटी एसपी को ज्ञापन दिया है। संघ के पदाधिकारियों ने मामला दर्ज करने और छीनी गई रकम वापस दिलवाने की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। उल्टा फरियादी व्यापारी को पाबंद करने की कोशिश की। व्यापारियों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए है।
शिवाजी मार्केट व्यापार संघ महामंत्री व फरियादी हेमंत गर्ग ने बताया- उनके मसालों का थोक का काम है। 3 अप्रैल को दोपहर साढ़े 3 से 4 बजे के बीच बैंक में पैसा जमा करवाने जा रहा था। अभिषेक उर्फ बिट्टू, शुभम मेहरा और दो अन्य लोग बाइक के सामने आ गए। उन्होंने बाइक को रोक दिया। जान से मारने की नीयत से चाकू से हमला किया। जैसे-तैसे खुद को बचाया तो चाकू उसकी नाक पर लगा, जिसके बाद बदमाशों ने मारपीट कर उनके पास से बैग छीन लिया। बैग में 65 हजार रखे थे। इसकी शिकायत 3 अप्रैल को रामपुरा थाने में दी। अगले दिन पुलिस ने मेडिकल करवाया। 7 अप्रैल तक पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की। बल्कि परिवाद दर्ज किया।
आरोपियों ने मेरे खिलाफ मारपीट की शिकायत थाने में दी। जिसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें पाबंद करवाने कोर्ट ले गए। जबकि वो तो खुद फरियादी है। मारपीट आरोपियों ने की है। शिवाजी मार्केट व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन शुक्ला ने कहा- व्यापारी के साथ मारपीट हुई है फिर भी पुलिसकर्मी व्यापारी को पाबंद कर रहे है। ये समझ में नहीं आ रहा, जिसके साथ मारपीट हुई उसे क्यों पाबंद किया जा रहा है। इस संबंध में सिटी एसपी को ज्ञापन दिया है। आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। रामपुरा थाना ASI व जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया- दो व्यापारियों के बीच झगड़ा हुआ था। दोनों ने शिकायत दी थी। जिस पर दोनों को पाबंद करवाया है। हेमंत गर्ग ने अपने बयान में रूपए का बैग कहीं गिर जाने की बात बताई है।