जैसलमेर। शहर के मदरसा रोड पर स्थित मीट की दुकानों पर नगर परिषद ने कार्रवाई करते हुए सबको सीज कर दिया। नगरपरिषद कमिश्नर लजपाल सिंह के नेतृत्व में हुई कार्रवाई का लोगों ने विरोध भी किया। मगर नगरपरिषद ने सभी दुकानों को सीज करते हुए शहर में अवैध मीट बेचने वालों पर लगाम लगाने की कार्रवाई को अंजाम दिया। दुकानदारों ने नगरपरिषद पर एक तरफा कार्रवाई व जानबूझकर चुनिंदा दुकानदारों को टारगेट करने का आरोप लगाया। नेशनल मीट शॉप के नबू बक्श ने बताया कि- हम सभी को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है। जबकि अन्य जगहों पर दुकानें संचालित हो रही है, उनपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ये एकतरफा कार्रवाई हो रही है।
इस मामले को लेकर नगरपरिषद कमिश्नर लजपाल सिंह ने बताया- शहर में चल रही अवैध मांस की दुकानों को लेकर कई बार लोगों ने नगर परिषद को शिकायत दी थी। जिसके बाद नगर परिषद द्वारा भी इन मांस की दुकानों के संचालकों को कई बार दुकानें हटाने को लेकर समझाइश की गई थी। लेकिन इसके बावजूद दुकानदारों द्वारा अवैध मांस की दुकानों को बंद नहीं किया जा रहा था। नगर परिषद द्वारा शहर में चल रही अवैध मांस की दुकानों के मालिकों को पूर्व में नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 232, 233, 247, 267, 269 व 270 के तहत नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस में दुकानों के संचालन के संबंध में वैध दस्तावेज नगर परिषद में पेश करने के लिए निर्देशित किया गया। नोटिस अवधि बीत जाने के बावजूद कोई जवाब पेश नहीं करने पर गुरुवार को टीम ने 8 दुकानों को सीज कर दिया। मीट की दुकानों को सीज करने के दौरान नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन कुमार, चूनाराम चौधरी, नरेशपाल सिंह, गायड़ सिंह, मीरा, महेंद्र व पुलिस जाब्ते के साथ ही सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।