जोधपुर (गजेन्द्र जांगीड़)। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेटस एसोसियेशन जोधपुर द्वारा जम्मु कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलें में जान गवाने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की आत्मा की शांति हेतु श्रद्धाजलि सभा आयोजित कर पुष्पाजंलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में महासचिव शिवलाल बरवड़ ने बताया कि उच्च न्यायालय भवन के डोम क्षेत्र एवं हेरिटेज उच्च न्यायालय परिसर के मुख्यगेट के बाहर प्रातः 10.30 बजे जम्मू कश्मीर के पहलगाम में शहीद हुए पर्यटकों के सम्मान में श्रद्धाजंलि सभा आयोजित की गई। जिसमें हजारों की संख्या में अधिवक्तागण एवं आमजन उपस्थित हुए। अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया ने बताया कि यह हमला निहायत ही एक कायरतापूर्ण हमला है, जिसकी एशोसियेशन कडे शब्दो में भर्त्सना करती हैं।जम्मू कश्मीर के पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकी हमले में भ्रमण हेतु आने वाले देशी एवं विदेशी नागरिकों की हत्या किये जाने की घटना से राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेटस एशोसियेशन, जोधपुर के सदस्यगण इस हृदय विदारक समाचार को सुनकर अत्यंत दुखी एवं निराश हैं। यह आतंकवादी हमला पाकिस्तान द्वारा समर्थित आंतकी संगठनों द्वारा किया गया हैं लेकिन पाकिस्तान अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो भारत सरकार को कठोर निर्णय लेने पड़ेगे व इस प्रकार का कायराने हमले का शीघ्र प्रतिक्रिया के रूप में जहां से आंतकवादी पैदा हो रहे है।
उन जड़ों तक जाकर त्वरितगति से उन आतंकवादी संगठनों को समूल नष्ट करने का भारत सरकार अपनी भारतीय सेना को तुरन्त आदेश देवें। देश में शांति एवं सद्भाव बना रहे। इस व्यवस्था के लिए केन्द्रीय सरकार द्वारा सेना को पूर्णरूप से आंतकवादियों को जड़मूल से निपटाने के लिए तीनों सेनाओं के कमांडरों को अविलम्ब छुट देने की राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेटस एशोसियेशन जोधपुर मांग करती हैं कि भविष्य में इस प्रकार का कायराना हमले नहीं हो इस प्रकार की गोपनीय शाखा का गठन कर कियान्वित सुनिश्चित किया जाये। आतंकवादी हमले में जान गवाने वाले पर्यटकों के परिवारों के प्रति एशोसियेशन द्वारा गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करती है कि उन परिवारों को अपनों के खोने की कमी को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। आतंकवादी हमलें की निंदा एवं विरोध में अधिवक्ताओं द्वारा अपनी गणवेश पर काली पट्टी बांध कर न्यायिक कार्यों में उपस्थित होकर अपना विरोध प्रकट किया। श्रद्धाजंलि सभा में एसोसियेशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया, उपाध्यक्ष धीरेन्द्र दाधीच, महासचिव शिवलाल बरवड, सहसचिव विजेन्द्र पुरी, पुस्तकालय सचिव कांता राजपुरोहित, कोषाध्यक्ष विमल कुमार माहेश्वरी सहित भारी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे।