अजमेर। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात एक पुलिसकर्मी ने धोखाधड़ी से फर्जी पैन कार्ड के माध्यम से बैंक से 10 लाख रुपए का ऋण उठा लेने का मामला सामने आया है। नसीराबाद की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की फ्रामजी चौक स्थित शाखा के बैंक प्रबंधक ने नसीराबाद सिटी थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। शाखा प्रबंधक ने बताया- ग्राम सराणों की ढाणी, गांवडी, डूंगरवा, बगोरा, जालौर निवासी हाल पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर में कार्य श्रीराम विश्नोई पुत्र विरमा राम ने 31 दिसंबर 2022 को एक्सप्रेस क्रेडिट के माध्यम से 10 लाख रुपए का ऋण लेने के लिए आवेदन किया। आरोपी पुलिसकर्मी श्रीराम विश्नोई ने बैंक की ओर से दस्तावेज मांगने पर वेतन पर्ची, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज प्रस्तुत किए। जिसके बाद बैंक ने उक्त दस्तावेजों के आधार पर श्रीराम विश्नोई को दिसंबर 2022 में 10 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत कर ऋण राशि उसके खाते में भुगतान कर दी गई।
बैंक मैनेजर ने बताया- बैंक की ओर से कुछ समय पूर्व ऐसे खातों की जांच की गई, जिनमें ऋण स्वीकृति के पहले पैन नंबर बदले गए थे। जिस पर बैंक को पता लगा कि आरोपी विश्नोई ने भी ऋण प्राप्त करने के पूर्व बैंक खाते में अपना पैन नंबर बदला था। क्योंकि श्रीराम के दूसरे व वास्तविक पैन कार्ड नंबर का सिबिल स्कोर काफी खराब था और उसके आधार पर उसको ऋण नहीं मिल सकता था। इसलिए आरोपी ने सिबिल स्कोर सुधारने के लिए एक नया कूटरचित पैन कार्ड नंबर बनाकर उसे अपने बैंक खाते में दर्ज करवा लिया जिससे उसका सिबिल स्कोर सुधर गया। जबकि उसके वास्तविक और पहले पैन कार्ड का सिबिल स्कोर काफी खराब था। बैंक मैनेजर ने आरोप लगाया कि नियमानुसार एक व्यक्ति का एक ही पैन कार्ड हो सकता है परंतु आरोपी ने अपने दो पैन कार्ड बनवा लिए ताकि खराब सिबिल स्कोर काे छुपाकर ऋण प्राप्त कर सके। मामले का पता लगने पर आरोपी पुलिसकर्मी श्रीराम विश्नोई को 26 दिसंबर 2024 को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया लेकिन आरोपी द्वारा नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया। सिटी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।