‘नेबरगुड’ थीम पर छात्रों को मिला करुणा और सहअस्तित्व का संदेश
जैसलमेर। जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मेघवालवास , जैसलमेर प्रांगण में देने की कला अर्थात “आर्ट ऑफ गिविंग” को जन-जन तक पहुंचाने और समाज में सौहार्द, सहयोग एवं करुणा के भाव को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन “आर्ट ऑफ गिविंग” के संस्थापक और प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ. अच्युत सामंत की पहल पर आधारित नेबर गुड थीम के अंतर्गत किया गया जो कि आज के सामाजिक परिवेश में एक समरस और सहयोगी समाज के निर्माण का संदेश देती है।कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रभुराम राठौड़ ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि ‘आर्ट ऑफ गिविंग’ न केवल व्यक्तिगत स्तर पर आत्मिक संतोष का मार्ग प्रशस्त करता है बल्कि यह सामाजिक विकास का सशक्त माध्यम भी बन चुका है। राठौड़ ने बताया कि समाज के प्रति हमारा कर्तव्य केवल शब्दों तक सीमित न होकर व्यवहार में भी परिलक्षित होना चाहिएl
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अध्यापक मोतीलाल ने विद्यार्थियों को इस अभियान के सामाजिक और नैतिक महत्व से परिचित करवाते हुए बताया कि ‘नेबरगुड’ की अवधारणा केवल भौगोलिक पड़ोस तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक विचार है कि हम सभी एक-दूसरे के लिए अच्छे पड़ोसी बनें, चाहे वह समाज में कोई भी हो। कार्यक्रम में दिलीप सिंह, दीपक कुमार, मंजू गेणवा व भगवंती देवी शरीक होकर विद्यार्थियों के साथ मिलकर इस प्रेरणादायक पहल को ओर अधिक ऊर्जावान बनाया l कार्यक्रम का संचालन समन्वय राजस्थान राज्य के ‘आर्टऑफ गिविंग’ ब्रांड एम्बेसडर हरीश राठौड़ ने किया। उन्होंने ‘आर्ट ऑफ गिविंग’ की मूल भावना को स्पष्ट करते हुए बताया कि यह कोई साधारण सामाजिक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक व्यापक आंदोलन है जो व्यक्ति को आत्मकेंद्रितता से निकालकर सेवा और करुणा की ओर ले जाता है।
उन्होंने विद्यार्थियों को उदाहरणों के माध्यम से यह समझाया कि ‘देने’ का अर्थ केवल भौतिक वस्तुओं तक सीमित नहीं बल्कि समय, ध्यान, मुस्कान और समझदारी देना भी इसमें शामिल है। कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर‘आर्ट ऑफ गिविंग’ के मूल्यों को आत्मसात करने की शपथ ली। बच्चों में सेवा भाव, सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशील नागरिक बनने की प्रेरणा स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई। कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा साझा अनुभवों और संकल्पों के साथ हुआ। विद्यालय प्रशासन ने ‘आर्ट ऑफ गिविंग’ अभियान को विद्यालय तक लाने के लिए आयोजन समिति और हरीश राठौड़ का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस तरह की जागरूकता गतिविधियों को प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया।