पाली। जिले के बांगड़ हॉस्पिटल के ट्रोमा वार्ड में कार्यरत नर्सिंगकर्मियों का मानवीय रूप देखने को सामने आया है। हुआ यूं कि सड़क हादसे में घायल अज्ञात व्यक्ति को उपचार के लिए लाया गया। लेकिन उसके साथ कोई नहीं था। कपड़े काफी खराब हो रखे थे। घायल बेहोशी की हालत में था। ऐसे में ड्यूटी पर कार्यरत नर्सिंगकर्मियों ने मानवता दिखाते हुए उसके कपड़े बदलकर दूसरे कपड़े पहनाए। तथा उसे पानी से उसका बॉडी को अच्छी तरह साफ किया ताकि बदबू न आए और इन्फेक्शन न फैले। दरअसल पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के ट्रोमा वार्ड में मंगलवार को 42 साल के घायल जालोर से रेफर होकर आया। उसका एक पैर टूटा हुआ था। सड़क हादसे में घायल बेहोशी की हालत में था। एम्बुलेंस ड्राइवर उसे छोड़कर चले गए। उसकी बॉडी से बदबू आ रही थी और कपड़े भी काफी पुराने थे।
यह देख ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर जगदीश चौहान और बीएससी स्टूडेंट ब्रिजेश यह देखा नहीं गया। वे बेड पर ही पानी की बाल्टी भरकर लेकर गए और कपड़ा पानी में भिगोकर घायल के पूरी बॉडी को अच्छे से साफ किया। ताकि उसे इन्फेक्शन न हो और बॉडी से बदबू न आए। उसके बाद उन्होंने भलाई की भीत से दूसरे कपड़े मंगवाए और घायल के कपड़े उतार उसे नए कपड़े पहनाए। घायल बुधवार सुबह भी पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में ट्रोमा वार्ड में भर्ती था और बेहोशी की हालत में था। मामले में नर्सिंग ऑफिसर जगदीश चौहान ने बताया कि यह तो हमारा काम है। मरीज के साथ कोई नहीं था और बॉडी से बदबू आ रही थी और कपड़े भी पुराने हो रखे थे। इसलिए उपचार के बाद उसके कपड़े बदले और स्ना भी करवाया। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बार अज्ञात मरीज हॉस्पिटल के ट्रोमा वार्ड पहुंचते तो उनकी ओर स्टाफ की ओर से उसकी सेवा की गई ताकि उनके उपचार और सेवा से मरीज की जान बच सके।