बीकानेर। ये सोशल मीडिया पर दोस्ती की अजीब कहानी है, जिस सोशल मीडिया पर दोस्ती के कारण युवती भागकर जिस युवक के पास पहुंची, उसी युवक ने युवती की सोशल मीडिया पर सक्रियता से नाराज होकर गला दबाकर मार दिया। हत्या का ये मामला बीकानेर के जामसर थाना क्षेत्र का है, जहां 25 मई को बीस साल की कशिश को मार दिया गया और एक सप्ताह के भीतर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, दो साल पहले सोशल मीडिया पर कशिश और कालू खान की दोस्ती हुई। कालू खान जामसर का रहने वाला है। कशिश की दोस्ती इतनी मजबूत थी कि वो सब कुछ छोड़कर भागकर कालू खान के पास आ गई। दो साल से दोनों साथ रह रहे थे। सोशल मीडिया की ये दोस्ती कुछ दिन तो अच्छी चली लेकिन बाद में संबंध बिगड़ने लगे। कशिश सोशल मीडिया पर अब भी सक्रिय थी, जो कालू खान को पसन्द नहीं था। आखिरकार उसने 25 मई 25 को कशिश का गला दबा दिया। तब तक दबाए रखा, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। फिर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि होश भी आए तो चिल्लाए नहीं।
कालू खान हत्या के बाद से फरार था, ऐसे में पुलिस को शक था कि उसी ने हत्या की है। दरअसल, हत्या को अंजाम देने के बाद वो किसी ऊंचाई वाले स्थान पर जाकर छिप गया। ऊपर से ही पुलिस को आते देख लेता और छिप जाता। घटना के पांच दिन तक गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस कर्मियों ने गडरिये का रूप धरा और आसपास घूमने लगे। इसी दौरान वो रेत के धोरों की ऊंचाई पर पहुंच गए। जहां कालू खान पहले से मौजूद था। गडरिया देखकर वो भागा नहीं और पकड़ा गया। कालू खान मूल रूप से नूरसर गांव का रहने वाला है और महज बीस साल का युवक है। कालू खान और कशिश में वैसे तो सब कुछ ठीक था लेकिन कशिश के सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के कारण वो नाराज था। उसे कई बार बंद करने के लिए कहा लेकिन वो नहीं मानी। उसे शक था कि कशिश किसी और से बात करती है। ऐसे में उसने गुस्से में कशिश की हत्या कर दी।
दरअसल, कशिश नामक इस युवती को सोशल मीडिया पर सक्रियता जान पर भारी पड़ गई। वो अपने मोबाइल पर सोशल मीडिया से जुड़ी रहती थी ओर इसी से नाराज होकर उसके पति कालू खान ने 25 मई 25 को उसे मौत के घाट उतार दिया। कशिश जब से नूरसर आई थी, तब से कालू खान ने उसे मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से दूर रखा था। इसके बाद भी वो इसका उपयोग कर रही थी। यहां तक कि कालू खान कभी कशिश को उसके परिवार वालों से बात भी नहीं करने देता था। परिजनों से बात करने और सोशल मीडिया एकाउंट पर काम करने के लिए कशिश प्रयास करती तो उसके साथ मारपीट की जाती थी। 25 मई को दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि गला दबाकर ही मार दिया। इस हत्याकांड को खोलने में जामसर थानाधिकारी रवि कुमार मीणा की खास भूमिका रही। उनके साथ ही कांस्टेबल रामनिवास धायल, हजारीराम, रविंद्र कुमार, सुनील कुमार की विशेष भूमिका रही। इन्हीं पुलिसकर्मियों ने खुद को गडरिया बनाकर आसपास के क्षेत्रों में दबिश दी। इसी दौरान कालू खान पकड़ा गया।