श्रीगंगानगर। जिले के श्रीविजयनगर उपखंड के सूरतगढ़ ब्रांच की बिलोचिया माइनर के टेल तक सिंचाई पानी नहीं पहुंचने से नाराज किसानों ने मंगलवार को चक 12 और 13 बीएलएम ‘बी’ क्षेत्र में नहर में मिट्टी डालकर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने बताया कि कई बार शिकायत और चेतावनी देने के बाद भी सिंचाई विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। किसानों ने बताया कि 27 मई 2025 को उपखंड अधिकारी और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया था। उसमें साफ लिखा था कि यदि 10 जून तक समाधान नहीं हुआ, तो नहर बंद कर धरना देंगे। इसके बावजूद विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। बिलोचिया माइनर बने 2 साल हो चुके हैं। लेकिन 12 और 13 बीएलएम टेल के मोघे अब तक सही जगह नहीं लगाए गए। इससे टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। किसानों की लगातार तीन से चार फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। अब अगली फसल की भी कोई उम्मीद नहीं बची है। पानी की कमी से पीने का संकट भी गहरा गया है। इंसानों के साथ मवेशियों और पक्षियों को भी पीने का पानी नहीं मिल रहा। ग्रामीण खारा और दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे बीमारियां फैल रही हैं।
किसानों ने बताया कि 19 सितंबर 2024 को जिला कलेक्टर अनूपगढ़ को ज्ञापन दिया गया था। फिर 24 सितंबर 2024 को मुख्य अभियंता जल संसाधन उत्तर हनुमानगढ़ और कुछ दिन पूर्व 27 मई 2025 को उपखंड अधिकारी विजयनगर और अधिशाषी अभियंता विजयनगर को ज्ञापन सौंपा था। चेतावनी दी थी कि 10 जून 2025 तक समाधान नहीं हुआ तो नहर बंद कर धरना देंगे। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों ने सिंचाई विभाग पर टालमटोल और बहानेबाजी का आरोप लगाया। कहा कि अधिकारी समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। बार-बार कहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इससे सैकड़ों किसान आर्थिक तंगी और परेशानी में हैं। धरने में शेर सिंह, शिवदत्त, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, सुना सिंह, सुन्दरलाल, किशन सिंह, उम्मेद सिंह, राज सिंह, हरकिशन सिंह, विनोद, भूपर सिंह और लाखन सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। सभी ने मांग की कि बिलोचिया माइनर के मोघों को सही स्थान पर लगाया जाए और टेल तक पूरा पानी पहुंचाया जाए। चेतावनी दी कि जब तक समाधान नहीं होगा तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।