हनुमानगढ़। एक युवती शादी के दो दिन बाद ससुराल से सोने-चांदी के जेवरात व नकदी साथ लेकर मौसी के लड़के की शादी में जाने की बात कहकर चली गई। इसके बाद वापस ससुराल घर नहीं लौटी। यही नहीं शादी करवाने के नाम पर प्राप्त किए गए ढाई लाख रुपए भी हड़प लिए। इस संबंध में शादी करवाने वाले दो व्यक्तियों, युवती, उसकी माता, दो अन्य महिलाओं व एक पुरुष के खिलाफ भिरानी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। कोर्ट इस्तगासे के आधार पर दर्ज हुए मुकदमे में विनोद कुमार (31) पुत्र बलवीर सिंह कुम्हार निवासी छानीबड़ी तहसील भादरा ने मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि जनवरी में उनके घर पर हंसराज कुम्हार पुत्र मोलूराम निवासी ढाणी साचला तहसील भूना जिला फतेहाबाद, हरियाणा आया। उसके परिजनों को कहा कि वह विनोद की शादी करवा देता है। एक लड़की उसकी नजर में है। लड़की व उसके परिवार के लोग बिहार के हैं और काफी समय से हिसार, हरियाणा में रह रहे हैं।
घरवालों ने रिश्ते की सहमति दी तो हंसराज ने कहा कि वह लड़की के घरवालों व अपने दोस्त संदीप निवासी गली नम्बर 18, न्यू स्वागत कॉलोनी, हिसार, हरियाणा जो रिश्ते करवाता है, उनको बता देता है। उन्हें लड़की दिखाने के लिए हिसार ही बुला लेंगे। इसके बाद 3 फरवरी को हंसराज ने कॉल कर हिसार बुलाया। वहां इन लोगों ने पूजा देवी पुत्री पंकज निवासी निवासी लक्ष्मीपुर पश्चिम चम्पारण, बिहार हाल क्वार्टर नम्बर 12, गली नम्बर 18, न्यू स्वागत कॉलोनी, हिसार हरियाणा व एक महिला से मिलवाया, जिसने अपने को पूजा की माता बताया। दोनों पक्षों में बातचीत होने के बाद हंसराज व संदीप के कहने पर उन्होंने इन्हें एक लाख रुपए दे दिए। इसके बाद इन लोगों ने फूलमाला मंगवाकर पूजा व उससे एक-दूसरे को माला डलवाकर रिश्ता पक्का होने की बात कही। दस फरवरी को हंसराज ने उन्हें कॉल कर हिसार बुलाया और कहा कि पूजा के परिवार वाले शादी करना चाहते हैं, लेकिन पूजा के चाचा का लड़का ज्यादा बीमार हो गया है। वे लोग हिसार आ जाएं।
वहीं, कोर्ट में लिखा-पढ़ी करवा देते हैं। वे एक बार 1 लाख 50 हजार रुपए दे दो, उनको बिहार जाना पड़ेगा, वहां उस लड़के के इलाज के लिए रुपए की जरूरत है। इस पर वे हिसार गए तो वहां हंसराज, संदीप, पूजा व उसकी मां मिले। उन्होंने कहा कि वे उन्हें 1 लाख 50 हजार रुपए दे दें, वे मजबूर हैं, पूजा का चाचा का लड़का बीमार है। उनको इलाज के लिए पैसे देने होंगे। करीब 10 दिन बाद वापस आकर आपकी शादी करवा देंगे और कोर्ट में लिखा-पढ़ी आज करवा देते हैं। इस पर उसने इन लोगों को 1 लाख 50 हजार रुपए दे दिए। उसी दिन सौ रुपए के स्टाम्प पर उनकी रिलेशनशिप की लिखा-पढ़ी हो गई, लेकिन उसके बाद इन लोगों ने फोन बंद कर लिए। फोन चालू होने पर यह लोग कहते कि उन्हें थोड़ा समय लगेगा। वे बिहार में हैं। करीब डेढ़ माह बाद हंसराज की कॉल आई कि पूजा व उसकी माता आ गए हैं। वे पूजा को ले जाएं। इस पर वह हिसार से पूजा को अपने साथ गांव छानीबड़ी ले आया। पूजा सिर्फ दो दिन छानीबड़ी रही।
दो दिन बाद पूजा की माता दो महिलाओं को अपने साथ लेकर आई। इनमें से एक को पूजा की मौसी बताया। इनके साथ एक गाड़ी का ड्राइवर था, जो खुद को पूजा का जीजा बता रहा था। यह लोग पूजा के मौसी के लड़के की शादी की बात कह पूजा को अपने साथ ले गए। जाते समय पूजा उससे शादी में खर्चे के लिए 20 हजार रुपए नकदी के अलावा घर में रखे दो तौला सोने के आभूषण व चांदी की दो पाजेब उन्हें बिना बताए अपने साथ ले गई, लेकिन कई दिन बाद भी पूजा वापस नहीं आई। वे हंसराज व संदीप को साथ लेकर पूजा के घर गए तो वहां ताला लगा हुआ था। तब उसने हंसराज व संदीप से पूछा तो उन्होंने कहा कि उनकी कोई जिम्मेवारी नहीं है। उनका काम तो रिश्ते करवाना है। उसने इन लोगों को कहा कि उसने उन्हें 2 लाख 50 हजार रुपए दिए हैं तो इन्होंने कहा कि उनके पास कोई रुपए नहीं हैं। उनका तो यही काम है। वे दोनों इस प्रकार रुपए लेकर लोगों की शादियां करवाते हैं। पूजा व उसकी मां से मिलकर उन्होंने पैसे लेकर तीन-चार बार पूजा की शादी करवाई है। पुलिस ने बीएनएस की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश एएसआई रायसिंह के सुपुर्द की है।