जयपुर। जिले में 4 साल की बच्ची ने पुलिस की परेड करवा दी। मासूम की किडनैपिंग को लेकर पुलिस ने चार घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया। एक घर में बच्चों के साथ सोते हुए सुरक्षित मासूम के मिलने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। महेश नगर थाना पुलिस ने बच्ची को ढूंढ़कर सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया। डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया- शुक्रवार रात करीब 9 बजे तेजाजी नगर निवासी एक व्यक्ति ने 4 साल के बेटे के लापता होने की शिकायत दी। बताया- उनकी 4 साल की बेटी अपनी बहन के साथ घर के पास स्थित तेजाजी पार्क में खेलने गई थी। शाम करीब 6 बजे वह लापता है। काफी तलाश के बाद भी बच्ची का पता नहीं चल रहा है। मासूम की किडनैपिंग के शक पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस टीमों ने पार्क के आस-पास लगे CCTV फुटेजों को खंगालना शुरू किया। फुटेजों के आधार पर एक साइकिल सवार संदिग्ध के पीछे दो मासूम चलते दिखाई दिए।
परिजनों से पहचान करवाने पर बच्चों में एक उनकी बेटी होना बताया। साइकिल सवार संदिग्ध की पहचान सरोज दास निवासी मधुबनी बिहार के रुप में हुई, जो राजमिस्त्री का काम करता है। महेश नगर की बालाजी विहार कॉलोनी में रहने का पता चला। करीब 4 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस टीम ने सरोज दास का घर ढूंढ निकाला। घर का सर्च करने पर परिवार के बच्चों के साथ लापता बच्ची भी सोते हुए मिली। बच्ची के सुरक्षित मिलने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। संदिग्ध सरोज दास ने पूछताछ में पुलिस को बताया- वह अपने 5 साल के बेटे के साथ तेजाजी पार्क की ओर से अपने घर जा रहा था। गली में छोटी बच्ची रोती दिखी। पूछने पर उसने बिहरी स्थानीय भाषा में बताया कि घर नहीं मिल रहा। बच्ची से पूछने पर वह सिर्फ रो रही थी। तब खुद भी बिहार का होने के कारण उसके घरवालों की तलाश करने की सोच कर अपने साथ घर ले आया। पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया।