कोटा। खांसी जुकाम से पीड़ित महिला की इंजेक्शन लगाने के बाद तबियत बिगड़ गई। उसे एमबीएस हॉस्पिटल लाया गया। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने चेक कर उसे मृत घोषित किया। महिला सुनीता बाई (45) भीमगंजमंडी थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने से सुनीता की तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक बंद कर गायब हो गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया है। पति हरकेश ने बताया कि वो मूलरूप से दौसा जिले के महुआ कस्बे फाउठा के रहने वाले है। पिछले 30 साल से कोटा में रह रहे है। वो रेलवे स्टेशन पर कुली है। पत्नी सुनीता के तीन चार दिन खांसी जुकाम था। नाइट ड्यूटी करके सुबह घर लौटा। पत्नी ने चाय बनाई। फिर लस्सी पिलाई।
9 बजे करीब उसे चंद्रप्रकाश ( मून्ना डॉक्टर) को दिखाने कच्ची बस्ती भगत सिंह कॉलोनी गया। वहां मून्ना डॉक्टर ने सुनीता को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन कौनसा था ये पता नहीं। इंजेक्शन लगाने के 2-3 मिनट बाद ही सुनीता की तबियत बिगड़ गई। उसे उल्टी हुई, हाथ पैर सुन्न हो गए। मून्ना ने सुनीता का बीपी चेक किया। थोड़ी देर बाद फिर एक और इंजेक्शन लगा दिया। तबियत में सुधार नहीं होने पर एमबीएस हॉस्पिटल ले जाने को कहा। मून्ना व उसका साथी हमारे साथ एमबीएस हॉस्पिटल आया। हॉस्पिटल में ईसीजी करवाई। ड्यूटी डॉक्टर चेक कर मृत घोषित किया। थोड़ी देर बाद मून्ना डॉक्टर हॉस्पिटल से गायब हो गया। उसका क्लिनिक भी बंद है। मून्ना ने दवाई का कोई पर्चा भी नहीं दिया। मून्ना डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद पत्नी की मौत हुई है।