बिजौलिया, बलवंत जैन। भीलवाड़ा जिले का बिजौलिया उपखंड क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध देवस्थान श्री तिलस्वां महादेव मंदिर इन दिनों ट्रस्ट सचिव के पद पर काबिज एक व्यक्ति की हठधर्मिता के चलते विवादों से गुजर रहा है। विवादों के चलते मंदिर ट्रस्ट पर गंभीर आरोप तो लग ही रहे हैं, किंतु इस देवस्थान की गरिमा एवं प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है। श्रावण मास में श्रद्धा का केंद्र बने श्री तिलस्वां महादेव में भक्तों की भीड़ के साथ विवादों के चिंगारी भी अपनी चरम सीमा पर सामने आ रही है। मंदिर ट्रस्ट पर अनियमितताओं और परिवारवाद आरोपों के बीच ट्रस्ट सचिव द्वारा विरोध स्वरूप शुक्रवार को ट्रस्ट कार्यालय पर ताला जड़ दिया गया। ग्रामीणों के द्वारा ट्रस्ट सचिव मांगीलाल धाकड़ पर गबन के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों से एक ही व्यक्ति की ट्रस्ट में मनमर्जी चल रही है। ट्रस्ट सचिव के द्वारा हिसाब किताब सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। और ना ही मंदिर विकास के नाम पर कोई ठोस कार्य किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ट्रस्ट सचिव मांगीलाल धाकड़ के द्वारा दान पात्र की राशि का भी दुरुपयोग किया जा रहा है। ट्रस्ट हटाओ संघर्ष समिति के कुशल शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा बार-बार दान राशि के गबन की शिकायत देवस्थान विभाग तक पहुंच चुकी है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु तिलस्वा महादेव के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। दानदाता कार्यालय पर ताला लगा होने के कारण दान राशि नहीं दे पा रहे हैं।
वही इन सब के बीच ट्रस्ट सचिव मांगीलाल धाकड़ के द्वारा 16 बाउंसरों की एक नई फौज तैयार की हुई है। इस प्रकार की व्यवस्था से भक्तों में ट्रस्ट के प्रति खासी नाराजगी देखी गई। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रस्ट सचिव मांगीलाल धाकड़ ने स्वयं की सुरक्षा के लिए 16 बाउंसर अपने इर्द-गिर्द तैनात कर रखे हैं। वही बाउंसरों की राशि मंदिर ट्रस्ट के द्वारा वहन की जा रही है।
वही सचिव मांगीलाल धाकड़ का इस विषय में कहना है कि ग्रामीणों द्वारा लगाए सारे आरोप निराधार हैं। साथ ही ट्रस्ट सचिव ने संघर्ष समिति के सदस्यों के द्वारा दी जा रही धमकियों के विषय में बताया। गांव के कुछ लोगों के द्वारा माहौल खराब किया जा रहा है। इसी के विरोध स्वरूप ट्रस्ट के कार्यालय पर ताले लगाए गए हैं।
Author: AKSHAY OJHA
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