बिजौलिया, बलवंत जैन। बिजौलिया कस्बे के रीको एरिया में सुबह के समय अपने परिवार के साथ बस से यात्रा कर अपनी मंजिल शक्करगढ़ पहुंचने की चाहत में एक विवाहिता सड़क हादसे में काल का ग्रास बन गई। बस स्टॉप से रवाना हुई बस को अपने दुपहिया वाहन से पकड़ने की जल्दबाजी में परिवार भूल ही गया कि हमारे यहां नेताजी विकास के नाम पर नहीं वरन् धनबल और राम के नाम पर चुने जाते हैं। जिस क्षेत्र की जनता मतदान करने के बाद उसके ही चुने हुए जनप्रतिनिधि से सवाल करने पर कतराए फिर तो आप नेताजी से उनके द्वारा कराए विकास कार्यों के बारे में सवाल ही नहीं पूछ सकते। कल हुए हादसे में परिवार के सदस्यों सहित संपूर्ण मीडिया कवरेज के माध्यम से पता चलता है कि हादसा का मुख्य कारण टूटी सड़क और बड़े खड्डे का होना पाया गया।
इस सड़क मार्ग को लेकर विगत 5 वर्षों में कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से सरकार और उसमे बैठे जनप्रतिनिधियों तक प्रमुखता से बात पहुंचाई गई, किंतु जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैये और उनके शह में निरंकुश काम करने वाले सुस्त कर्मचारी की लेट लतीफा सही के चलते सड़क मार्ग बनना तो दूर बड़े और छोटे खड्डे भी नहीं भर पाए। बिजौलिया कस्बे में नगर पालिका क्षेत्र में आने वाले और पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट में आने वाले हर मार्ग वर्तमान में बहुत बुरी स्थिति से गुजर रहे हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से अब तक सिर्फ इसी बात की हुंकार भरी जाती हैं कि नेता जी के नेतृत्व में जल्द ही सड़क निर्माण कार्य होंगे। किंतु वास्तव में आए दिन आमजन इन टूटे हुए सड़क मार्गो पर या तो बड़े हादसे का शिकार बनता है या फिर चोटिल होकर परेशानी झेल रहा है। खेराड़ की ओर जाने वाली टूटी फूटी सड़क पर हुए खड्डे इस सरकार में बैठे फेलियर सिस्टम का प्रमाण है। अगर यह सड़क मार्ग दुरुस्त होता तो शायद विवाहित की जान कुछ हद तक बच जाती। भविष्य में इस प्रकार के हादसों की पुनरावृत्ति ना हो इसे लेकर सरकार में बैठे जनप्रतिनिधि बिजौलिया उपखंड क्षेत्र में बंद पड़े अधूरे निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का संकल्प करें।
Author: AKSHAY OJHA
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