कोटा। शहर के रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में नहर में एक मजदूर का शव मिला। घटना देर रात साढ़े 8 बजे की है। आज शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नहर की बाउंड्रीवाल करने की मांग की है। हालांकि नहर में गिरने के कारण सामने नहीं आए है। मृतक सत्यनारायण खंगार (45) शमशान रोड़ भदाना, रेलवे कॉलोनी का निवासी था। जो मजदूरी करता था।
खाना खाकर घूमने निकले थे
भतीजे विक्रम ने बताया कि उसके चाचा रोज सुबह मजदूरी के लिए जाते थे। मजदूरी से लौटने के बाद बुधवार शाम को घर से खाना खाकर घूमने निकले थे। 1 घंटे तक वापस नहीं लौटे। मिलने वालों व परिचितों से पूछताछ की। आसपास जगहों पर ढूंढा। उनका पता नहीं लगा।बाद में घर से 500 मीटर दूरी पर आदर्श नगर, सरस्वती कॉलोनी के पास चौराहे से निकल रही नहर में चाचा के पड़े होने की सूचना मिली। जिन्हें बाहर निकालकर हॉस्पिटल लाए। इलाज के दौरान चाचा की मौत हो गई। प्रशासन की लापरवाही के चलते चाचा की मौत हुई है। प्रशासन ने नहर की बाउंड्रीवाल नहीं करवा रखी। चाचा सत्यनारायण के दो बच्चे (11 व 15 साल) है।
पहले भी हो चुके हादसे
नेता विपक्ष कोटा उत्तर नगर निगम लव शर्मा ने बताया कि नहर की बाउंड्रीवाल नहीं है। यहां पहले भी हादसे हो चुके। ये एक्सीडेंट जोन बना हुआ है। कुछ समय पहले यूआईटी ने यहां बाउंड्रीवाल का काम शुरू किया था। जिसे सीएडी ने रुकवा दिया। आज दोनों विभागों से बात की है। जल्द ही बाउंड्रीवाल का काम शुरू करवाया जाएगा। रेलवे कॉलोनी हेड कॉन्स्टेबल बलबीर सिंह ने बताया कि सत्यनारायण शाम को खाना खाकर घूमने निकला था। नहर के आसपास पैर फिसलने से पानी में गिर गया। पता लगने पर उसे बाहर निकालकर हॉस्पिटल लाए थे। जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने नहर की बाउंड्रीवाल बनवाने की मांग की है।