जैसलमेर। शिव विधायक रवीद्र सिंह भाटी ने बइया प्रकरण में जैसलमेर प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अधिकारियों पर निजी कंपनी के साथ मिलीभगत के आरोप लगते हुए कहा- निजी कंपनी के साथ मिलकर जिले के अधिकारी जिले की ज़मीनों को कंपनी के हिस्से कर रहे हैं। कई अधिकारियों की कंपनी के साथ मिलीभगत है और उनकी उसमें शेयरिंग भी हो सकती है। ये जांच का विषय है। शिव विधायक ने आरोप लगते हुए कहा- अहमदाबाद से चल रहा है प्रशासन, कई अधिकारियों को भय है। तबादले भी अहमदाबाद से हो रहे, अधिकारियों के घरों के चूल्हे सरकार की तनख्वाह से नहीं कंपनी की मेहरबानी से जल रहे हैं। अगर बस चले तो जैसलमेर पूरे पर कब्जा कर लें।
क्या है मामला
दरअसल, जैसलमेर के बईया गांव में निजी कंपनी ग्रिड सब स्टेशन (GSS) का निर्माण कर रही है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि ओरण की जमीन को पहले सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए। ओरण (संरक्षित जमीन) भूमि को को बचाने के लिए ग्रामीण कई दिनों से धरने पर हैं। धरने का नेतृत्व शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी कर रहे हैं।
भाटी पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा
पिछले शुक्रवार दोपहर को पुलिस और रविंद्र भाटी में हल्की बहसबाजी भी हुई। जिसमें 2 युवकों को पुलिस ने धरने से उठाकर अपनी गाड़ी में बैठाया था। इसको लेकर पुलिस ने विधायक पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा भी दर्ज करवाया है। शनिवार सुबह रविंद्र भाटी कलेक्टर प्रताप सिंह से भी मिले। भाटी ने कलेक्टर से मुलाकात के बाद कहा- जब तक संतोषप्रद जवाब नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। FIR के मामले में रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि- पुलिस के मुखिया अहमदाबाद से इशारे पर हमारे आंदोलन को कमजोर करना चाहते हैं। हम किसी से दबने वाले नहीं हैं और मजबूती के साथ लड़ेंगे।