हनुमानगढ़। जिले में ईंट भट्ठा पर काम करने के लिए लेबर उपलब्ध करवाने के बहाने करीब दो लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। इस मामले में ईंट भट्ठा के मुनीम की रिपोर्ट के आधार पर सदर पुलिस थाने में तीन व्यक्तियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई है।
एएसआई जसकरण सिंह ने बताया कि अनिल कुमार (29) पुत्र कृष्णलाल जाट निवासी पक्कासारणा ने लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह गुरुनानक ईंट उद्योग चक 7 जेडीडब्ल्यू पक्कासारणा पर मुनीम की नौकरी करता है। 3 दिसम्बर को हरप्रीत सिंह निवासी गंगागढ़ का फोन आया। हरप्रीत सिंह ने कहा कि उसे कासीराम निवासी खुंजा, जंक्शन ने उसके मोबाइल नम्बर दिए हैं। वे दोनों दोस्त हैं और साथ मिलकर ही ईंटों भट्ठा वालों को मजदूर दिलाते हैं। उसके मामा कुलदीप सिंह पुत्र राजवीर सिंह फरीदकोट पंजाब से हैं। वो भी यही काम करते हैं। अगले दिन 4 दिसम्बर को कासीराम निवासी खुंजा का फोन आया और कहा कि कल उसका जानकार हरप्रीत सिंह उसके पास आएगा। उसे पैसे दे देना, हम लेबर ला देंगे। हमारी पूरी जिम्मेदारी होगी। 5 दिसम्बर को हरप्रीत सिंह भट्ठे पर आया और कहने लगा कि 13 घर कच्ची ईंटों की पथेर की लेबर उसके मामा कुलदीप सिंह के पास है। हम आपके भट्ठे पर ला देंगे। इस पर उसने और भट्ठे में पार्टनर हरमन्द्र सिंह बराड़ निवासी पक्कासारणा ने हरप्रीत सिंह को कमरे दिखा दिए। हरप्रीत सिंह ने अपने मामा से उनके सामने बात भी कर ली।
उन्होंने कहा कि मजदूरों को यहां तक आने का वाहन का किराया देना होगा। खाने-पीने के सामान के लिए खर्चा देना होगा। साथ ही कहा कि उसकी, कासीराम और कुलदीप सिंह को अलग से पचास हजार रुपए देने होंगे। ये सारे पैसे एडवांस में देने होंगे तभी वे उन्हें लेबर लाकर देंगे। तब उसने और हरमन्द्र सिंह ने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि लेबर यहां भट्ठे पर आ जाएगी तो खर्चा दे देंगे। ऐसा कहने पर हरप्रीत सिंह चला गया। कासीराम ने दोबारा फिर उससे कहा कि उसकी जिम्मेदारी है, इनको पैसे दे दो, ये लेबर लाकर देंगे। तब उसने कहा कि मालिक हरमन्द्र सिंह ने मना कर दिया है। वे लेबर को एडवांस रुपए नहीं देंगे। कासीराम के कहने पर हरप्रीत सिंह 8 दिसम्बर को दोबारा आया और कहा कि वह और कासीराम उसके मामा के पास जाकर लेबर लाएंगे। यहां आने पर वाहन किराया और खर्चा दे देना। हम तीनों को पचास हजार रुपए एडवांस दे दो। हमारी जमादारी में से काट लेना। इस पर उसने और हरमन्द्र सिंह ने पचास हजार रुपए हरप्रीत सिंह को दे दिए। हरप्रीत सिंह ने उनके सामने अपने मामा कुलदीप सिंह से सारी बात कर ली और हरमन्द्र सिंह की बात भी कुलदीप सिंह से करवा दी।
मुनीम अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि कासीराम, हरप्रीत सिंह, कुलदीप सिंह और इनकी लेबर ने आपस में मिलीभगत और षड्यंत्र रचकर धोखाधड़ी कर लेबर उपलब्ध करवाने के बहाने उससे 1 लाख 96 हजार रुपए ले लिए। साथ ही इन लोगों में से किसी ने सुखदेव सिंह की अंगूठा निशानी/हस्ताक्षर फर्जी कर जिला कलेक्टर को हलफनामा दे दिया। इन लोगों ने उनके साथ ठगी की है और ब्लैकमेल करना चाहते हैं। पुलिस ने बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।