जैसलमेर। जिले में इन्दिरा गांधी नहर के किसान सिंचाई पानी की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। नहर की जीरो हेड के अंतिम छोर पर एसबीएस सैकंड ग्रुप की चौथी बारी का पानी देने की मांग को लेकर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना लगातार 11वें दिन बुधवार को भी जारी रहा। गौरतलब है कि पिछले दिनों चंडीगढ़ में आयोजित बैठक में भाखड़ा व्यास प्रबंधन समिति ने नहरों में सिर्फ पीने के लिए पानी छोड़ने का निर्णय लिया था। जिसके तहत नहर में अब सिर्फ पीने का ही पानी छोड़ा जा रहा है। लेकिन पिछले काफी दिनों से गर्मी का असर बढ़ चुका है। ऐसे में रबी फसलों पर सिंचाई के लिए पानी की सर्वाधिक आवश्यकता है। नहीं मिल रहा सिंचाई के लिए पानी सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से किसानों की चिंता बढ़ चुकी है। यहां तक की नहरी क्षेत्र में करीब 1 करोड़ रुपए की फसलें चौपट होने की कगार पर पहुंच चुकी है। गर्मी का असर बढ़ने व सिंचाई नहीं होने किसानों को भारी नुकसान होने की संभावना है। किसान लगातार धरना-प्रदर्शन कर सिंचाई के लिए पानी की मांग कर रहे हैं। लेकिन नहरी विभाग द्वारा सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जा रहा है।
किसानों में लगातार बढ़ता जा रहा रोष
इन्दिरा गांधी नहर के जीरो हेड पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 11 दिन से चल रहा है। बुधवार को बड़ी संख्या किसान धरने में शामिल हुए। लेकिन अब तक जिला प्रशासन व नहरी विभाग के एक भी अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में किसानों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है। धरने पर किसान नेता साहबान खान, देव जांदू, जवाहर नगर सरपंच प्रतिनिधि किरताराम बेनीवाल, शास्त्री नगर सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप सिंह बराड़, पूर्व सरपंच सुखदेवसिंह, पूर्व सरपंच मोहम्मद खान, भंवरराम, मदनसिंह, चतुरसिंह, केसराराम, नरपत, उम्मेदसिंह, रावताराम, मोहन, श्रवण बिश्नोई, राजेंद्र बिश्नोई, बालाराम सारण सहित कई किसान मौजूद रहे।