भष्ट्राचार बल पर खरीदें कैमरों के मॉनीटर पाषॅदो के मोबाइल मे कैसे दिखाई देता है जाँच होना चाहिए
पालिका का एक रूपये का फायदा
पाषॅद या उसके खुन के रिश्तेदार नही उठा सकते हैं पर शिवगंज पालिका मे दोनो पार्टी के पाषॅदो ने करोड़ों रूपए लुटे है*
क्या भाजपा की ईमानदार सरकार नगरपालिका का धन का फायदा उठाने वालो के विरुद्ध कारवाई करेंगी
शिवगंज(जेसाराम माली);-नगर पालिका बिल्डिंग में जब नगर पालिका का उद्घाटन हुआ तब उसमें कैमरे लगे हुए थे वह किसी और कंपनी के थे अब यह अधिकारी आकर अपने चेहते ठेकेदार को ठेके पार्किंग के अंदर वह बाहर की तरफ वह रूम के अंदर और कैमरे लगाए गया ऐसे तो शिवगंज शहर के कैमरे की हालत खराब है नगर पालिका उसकी व्यवस्था नहीं कर सकती थाने में जो मॉनिटर लगा हुआ उसमें आधे कैमरे बंद और आधे कैमरे चालू है शहर में चोरियां हो रही है उस पर तो ध्यान नहीं दिया जा रहा है और कैमरे लगाकर कमिशन बनाना ही इनका काम रह गया उन्होंने कमरे तो लगवाए लगवा पर नगर पालिका की गुप्त रिपोर्ट देने के लिए उसका मॉनिटर जो कैमरे मे देखने के लिए मोबाइलों के अंदर होता है वह कुछ पार्षदों को दे दिया उसका अधिकार जो पार्षदों का हक नहीं बनता है सिर्फ अधिकारियों के पास ही होता है चाहे तो अध्यक्ष रख सकता है पर उन्हें भी अधिकार नहीं होता क्योंकि यह गुप्त रिपोर्ट होती है कि नगर पालिका में कौन आया कौन गया किस क्या हुआ कैसे क्या नहीं हुआ पर इन्होंने खुले आम लोगों के कैमरे में नगर पालिका की गुप्त रिपोर्ट बाजार में बतानी चालू कर दि कुछ लोग नगर पालिका में नहीं आकर घर बैठे बैठे नगर पालिका का ध्यान रख रहे हैं कि आज नगर पालिका में कौन-कौन आया कौन-कौन गया क्योंकि भ्रष्टाचार करने के लिए नगर पालिका में आना जरूरी नहीं होता है वह घर बैठे ही उल्टे सीधे काम कर रहे हैं आजकल पाषॅद ठेकेदार बनकर बैठे हैं खुद का काम निकालने के लिए सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा है क्योंकि इन्होंने किसी और के कहने पर नगर पालिका को लूटनी चालू कर दि है क्योंकि उनके लिए वह वोट चाहिए पर जनता को पसंद नहीं है की जनता की मेहनत की कमाई पाषॅद लोग लूट सके ऐसे भी राजस्थान सरकार के नियमों में पार्षद हो या अध्यक्ष हो नगर पालिका का ₹1 का फायदा नहीं उठा सकते पर यह लोग तो लाखों रुपए का फायदा उठा रहे हैं रोजाना हजारो रुपए कमाई कर रहे हैं जो सामान नहीं लगा वह उसका भी पैसा उठा रहे कोटेशन बिल बनाकर अधिकारियों को आधा-आधा खुद खा रहे हैं अपने चेहतों की दुकान बनाकर इस दुकानों के पार्सल दिए जा रहे हैं तो पता चल जाएगा कि उन्होंने बिल किसके लिए क्योंकि इनकी और राइटिंग के अनुसार ही इनकी चोरीया पकड़ी जा सकती है नहीं तो यह ईमानदार बनेगी कि हम कुछ नहीं करते इस बोर्ड के कार्यकाल में जो भी हुआ है उनकी जांच करनी चाहिए वह उच्च अधिकारियों से जांच करवा कर जिसने भी पालिका के धन को लूटा है उनसे वसूल करना चाहिए वह उन पर प्रतिबंध लगना चाहिए कि भविष्य में चुनाव नहीं लड़ सके क्योंकि इन्होंने नगर पालिका का चुनाव जनता की सेवा के लिए लगाया था क्योंकि वह पार्षद वाडॅ में तो जाते नहीं है सिर्फ चार-पांच ठेका लेकर अधिकारियों की चमचागिरी कर फर्जी बिल उठाने में लगे हुए रहते हैं क्यों नहीं उनकी जांच करवाते यह अधिकारी क्योंकि पालिका अध्यक्ष कांग्रेस से हैं जब कांग्रेस की सरकार थी तब कांग्रेस वालों ने खूब लूटा करोड़ों रुपए का चूना लगाया सरकार को जनता का खून पिया इन लोगों ने उनसे वसूल नहीं करके इस अवसर क्या करेंगे इन्होंने कांग्रेसियों ने लूटने में कोई कमी नहीं रखी तो बीजेपी वाले लूटने में कमी क्यों रखेंगे क्योंकि इन्होंने जब बोर्ड बना तब से लेकर अब तक के कार्यकाल की जांच करवाई जाए तब पता चल जाएगा कि कांग्रेस पाषॅदो ने कितना लूटा वह जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तब भारतीय जनता पार्टी के पार्षद कितना लूट रहे इन सभी की जांच होनी चाहिए कोटेशन बिलों की भी जांच होनी चाहिए कि कितने करोड़ का बिल फर्जी में उठाए गए सभी की जांच होनी आवश्यक है क्योंकि एक आदमी का चेहता जमाई साहब कह जाते हैं जो रेगुलर पालिका मे आते हैं लाखों रुपए के फर्जी बिल देकर पैसा उठा कर चले जाते हैं सब देखते रह जाते हैं कि कौन है यह कहां से बिल लेकर सामान दिया नहीं पैसा उठाकर चल बसे क्यों नहीं जांच की जा रही है उसकी तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए वह दोषी अधिकारी को निलंबित करना चाहिए वह भ्रष्टाचार में डूबे पार्षदों को बर्खास्त करना चाहिए वह उन्हें जेल भेजना चाहिए कि भविष्य में चुनाव लड नहीं सके ऐसा उन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए तब जाकर भविष्य में पता चलेगा कि पार्षद ₹1 का फायदा नहीं ले सकता पालिका से पर इस बोर्ड में करोड़ों रुपए का फायदा लिया है पाषॅदो ना पट्टे बनाने में तो उन्होंने रिकॉर्डिंग तोड़ दिया 2 से 4 दलाल लगे हुए थे एक तरफ का दूसरा दूसरी तरफ का दूसरा उसका एक नेताजी का दलाल था दूसरा अधिकारियों का दलाल तीसरा अध्यक्ष का दलाल छोटा और किसी का दलाल जो फर्जी पट्टे बनाने में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया अगर अब सरकार भारतीय जनता पार्टी की ईमानदार बनी है वहां यहां के विधायक मंत्रीजी जो ईमानदार कहे जाते हैं वह अपनी ईमानदारी बताकर नगर पालिका में बने पट्टो की जांच करवाते हैं वह पार्षदों ने जो गलत तरीके से जनता की मेहनत की कमाई को लूटा है उनसे वापस वसूल करना चाहिए यह काम अगर मंत्रीजी करते हैं तब जाकर लोगों को पता चलेगा कि मंत्रीजी ईमानदार है वह जनता की मेहनत की कमाई ₹1 जाने नहीं देते वह फर्जी कामों को तुरंत खारिज करवा दे और फर्जीवाड़ा करने वह भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों को तुरंत निलंबित करवाते हैं तब माना जाएगा कि वास्तव में विधायक को जिताया है उन्होंने जनता को फायदा पहुंचाएं तब जाकर जनता खुश होगी पर लगता नहीं है इन्होंने भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष बिंदल साहब का पट्टा कैसे भ्रष्ट अधिकारी ने खारिज कर दिया धन के लिए भारतीय जनता पार्टी के अधिकारी का पट्टा नहीं बना सकते तो क्या हुआ जनता का भला करेंगे ऐसे मंत्री जी को तुरंत हटाना चाहिए वह भ्रष्टाचार में डूबे कांग्रेसी पार्षदो व भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों को निलंबित करना चाहिए तब जाकर जनता को पता चलेगा कि कौन ईमानदार हुआ कौन भ्रष्टाचारी है वह पालिका का पाषॅदो व खुन के रिश्तेदारों ने एक रूपये का फायदा उठाया है जाँच करवाकर तुरंत बर्खास्त करना चाहिए