सरकारी धन का दुरुपयोग करवाकर अपना फायदा उठाने वालो के विरुद्ध कारवाई की माँग
सुमेरपुर। नगर पालिका में जमीनों के भाव आसमान में है फिर भी पालिका सरकारी जमीन फोकट में देने मे उतावले हुई है एक रास्ता यह निकाल लेते हैं कि खाँचा भूमि में दे दीजिए क्योंकि खाँचा भूमि का नियम पहले ही होता था कि जो भाव चल रहा है उसका डबल पैसा लेना पर नगर पालिका में भ्रष्टाचार कर इस जमीन को कुछ पैसा लेकर नियमों के विपरीत नगर पालिका भूमाफियाओं को फायदा पहुंचा रहें है सुमेरपुर नगर पालिका पाषॅद प्रेमचंद बारूपाल ने आपत्ति पेश कर कहा कि सुमेरपुर दैनिक भास्कर में 4 -9-2024 को खाँचा भूमि है तो आपत्ति विज्ञप्ति क्रमाक 8750/8754 दिनाक 3-9- 2024 को प्रकाशित की गई जिसमें आवेदक को द्वारा करीब 900 वर्ग फीट से भी ज्यादा खाँचा भूमि की मांग की गई
अब भूमि खाँचा भूमि में रहने पर पालिका को आय लगभग तीन से चार लाख रुपए की ही होती है जबकि इसी भूमि को स्वतंत्र भूखंड मानते हुए नीलाम करने पर पालिका कोष को करीब डेढ करोड रुपए की आय होती है जिससे पालिका कोष को करोड़ों का फायदा होता है पर अधिकारियों व नेताओं को बड़ी रकम मिल जाती है तो पालिका कोष को क्यों फायदा देंगे क्योंकि बड़ी रकम आने से शहर का विकास होगा पर कौन चाहेगा कि विकास होता है क्योंकि अपने स्वार्थ के लिए सरकार को कोई फायदा नहीं पहुंचा देते हैं क्योंकि सरकार ही एक ऐसी चीज है जिसको कोई नहीं चाहिए नहीं लूट जाए सब लूट में लगे हुए और सिर्फ पालिका अध्यक्ष व अधिकारी अपने चेहते को फायदा पहुंचाने के लिए पालिका कोष को डेढ़ करोड रुपए का राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे है प्रेमचंद बारूपाल ने आपत्ति दर्ज करते हुए उस भूमि को स्वतंत्र प्लॉट होने की वजह से उसकी नीलामी की जाए वह इस आपत्ति को खारिज कर पालिका के हित को देखते हुए तुरंत खारिज करनी चाहिए वह पालिका की आय बढनी चाहिए जिससे शहर का विकास हो सके प्रेमचंद बारूपाल ने आपत्ती लगाकर सुमेरपुर नगर पालिका कोष का फायदा करने के लिए हमेशा लड़ते रहते हैं पर पालिका में सिर्फ धन देकर कुछ भी करवा दो सब कुछ होता है