भीलवाड़ा में कल से राजन महाराज के मुखारबिंद से श्रीरामकथा, बहेगी रामभक्ति की अविरल धारा
भव्य कलश शोभायात्रा से होगा श्रीरामकथा महोत्सव का आगाज, चित्रकूटधाम में तैयार विशाल वाटरप्रूफ पांडाल
भीलवाड़ा, 20 सितम्बर। धर्मनगरी भीलवाड़ा में शनिवार 21 सितम्बर से श्रीरामकथा की गूंज होने वाली है। कथा महोत्सव का आगाज होने से पहले ही पूरे शहर का माहौल श्रीरामकथा मय हो गया है। श्रीसंकट मोचन हनुमान मंदिर ट्रस्ट एवं श्री रामकथा सेवा समिति भीलवाड़ा के तत्वावधान में नगर निगम के चित्रकूटधाम प्रांगण में 29 सितम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक श्री रामकथा महोत्सव का आयोजन होगा। कथावाचन अयोध्या के ख्यातनाम कथावाचक राजन महाराज के मुखारबिंद से होगा। संकटमोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य में हर कोई इस रामकथा का श्रवण करने के लिए उत्सुक नजर आ रहा है। राजन महाराज शनिवार सुबह भीलवाड़ा पहुंच जाएंगे। पहली बार भीलवाड़ा कथावाचन के लिए आ रहे राजन महाराज का भव्य स्वागत भी आयोजन समिति द्वारा किया जाएगा। राजन महाराज द्वारा व्यास पीठ पर विराजित होकर हजारों भक्तों की मौजूदगी में संकट मोचन हनुमानजी महाराज को श्रीराम कथा का श्रवण कराया जाएगा। श्री रामकथा सेवा समिति के अध्यक्ष गजानंद बजाज ने बताया कि महोत्सव का आगाज शनिवार सुबह 11 बजे हरिशेवाधाम से महामंडेलश्वर हंसारामजी महाराज एवं महंत बाबूगिरीजी महाराज के नेतृत्व में निकलने वाली 108 कलश की भव्य शोभायात्रा के साथ होगा। इसमें बड़ी संख्या में मातृशक्ति शामिल होंगी। शोभायात्रा सीतारामजी की बावड़ी, सेवासदन रोड, सूचना केन्द्र, गोलप्याउ चौराहा, संकटमोचन हनुमान मंदिर होते हुए कथास्थल चित्रकूटधाम पहुंचेगी। इसका मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया जाएगा। कलश शोभायात्रा में कई संत-महात्माओं के साथ समाज के विभिन्न वर्गो के लोग शामिल होंगे। कलश शोभायात्रा में अधिकाधिक मातृशक्ति एवं धार्मिक-सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हो इसके लिए समिति की महिला प्रमुख मंजू पोखरना के नेतृत्व में कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से तैयारियों व जनसम्पर्क में जुटे हुए है। समिति के महासचिव पीयूष डाड एवं कन्हैयालाल स्वर्णकार ने बताया कि कथास्थल चित्रकूटधाम पर भव्य डोमयुक्त वाटरप्रूफ पांडाल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है एवं भव्य आकर्षक स्वागत द्वार का भी निर्माण किया गया है। सभी श्रद्धालुओं के बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था की गई है एवं पांडाल में अलग-अलग जगह एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है। समिति के अध्यक्ष बजाज ने बताया कि रामकथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा सहित सभी जरूरी प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी आयोजन समिति की तरफ से की गई है। श्रीसंकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत श्री बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य एवं निर्देशन में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। मंच संचालन का दायित्व पंडित अशोक व्यास संभालेंगे।
ब्रिटिश संसद में सम्मानित हो चुके कथावाचक राजन महाराज
बचपन से ही आध्यात्मिक क्षेत्र में विशेष रूचि रखने वाले कोलकात्ता निवासी राजन महाराज ने शिक्षा प्राप्ति के बाद कुछ समय तक नौकरी की। वह वर्ष 2001 से प्रेमभूषण महाराज के सानिध्य में आए धर्म ओर भक्ति क्षेत्र से जुड़ गए। वर्ष 2011 से राजन महाराज ने कथवाचन शुरू किया। भगवान राम के प्रेरणादायी जीवन प्रसंग सुनाते-सुनाते उनकी पहचान रामकथा वाचक के रूप में बन गई। राजन महाराज देश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ अमरीका, सिंगापुर, ब्रिटेन, मॉरीशस, डेनमार्क,गुयाना, यूएई (दुबई) आदि देशों में भी रामकथा का रसपान भक्तो को करा चुके है। धार्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए श्री राजन महाराज का ब्रिटिश संसद में भी सम्मान हो चुका है।