विशेष बालकों के लिए छात्रावास के साथ-साथ विद्यालय का शुभांरभ
गुरला:- जिले में सेवा के अनेक प्रकल्प होने के बावजूद भी विशिष्ट स्थान रखने वाले विमंदित विशेष बुद्धि वाले बालकों के लिए आवासीय छात्रावास के साथ-साथ विद्यालय का शुभारंभ नवरात्रि के पावन पर्व पर शनिवार को पटेल नगर में किया गया। कार्यक्रम सांसद दामोदर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य, उद्योगपति एवं समाजसेवी तिलोकचंद छाबड़ा के विशिष्ट आतिथ्य एवं नगर परिषद के पूर्व सभापति ओम नाराणीवाल की अध्यक्षता में हुआ। इस मौके पर भगवती शिक्षण सेवा संस्थान चितौड़गढ़ द्वारा संचालित सेवाश्रम का शुभारम्भ भी दीप जलाकर मोली बंधन खोलकर किया। इस मौके पर सांसद अग्रवाल ने कहा कि जब ममता ही अस्वीकार करती है और विमंदित बुद्धि वाले बालक हो जाए उनका संरक्षण यदि सेवा भाव से किया जाए तो यह काफी अनुकरणय है। पीर पराई जाने रे भारतीय परंपरा और उसे भावना को इन पंक्तियों के साथ यह संस्थान संजो रहा है। पीढ़ी दर पीढ़ी इस कार्य को याद किया जाएगा। ऐसा यह पुनीत कार्य किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने बताया कि यदि व्यक्ति ठान लेता है तो बनेड़ा की आरके अग्रवाल के पुत्र ने किसी के छोड़े हुए पुत्र को संजोने का प्रयास किया। उद्योगपति एवं समाजसेवी तिलोक छाबड़ा ने कहा कि सेवा ही अनूठा प्रकल्प है। यह यज्ञ चेतना जागृत करने वाला है। हम तो केवल कमाई की तरफ ध्यान दे रहे हैं। संसार में ऐसे व्यक्तियों को जीवन प्रदान करने वाले बिरले लोग होते हैं। इस मौके पर विद्यार्थियों ने पन्नाधाय के बलिदान पर आधारित नाटक का मंचन किया। पूर्व सभापति नाराणीवाल ने कहा कि मैं अनेक वर्षों से सेवा के कार्य कर रहा हूं। भीलवाड़ा इसमें अगरणीय भूमिका निभाता है। सेवाश्रम अध्यक्ष मधु काबरा ने स्वागत उद्बोधन दिया। भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्राप्त के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने सेवाश्रम व आवासीय छात्रावास के संचालन के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि आज संस्थान के अध्यक्ष चित्तौड़ के होने के बावजूद भी रामगोपाल ओझा भीलवाड़ा में सेवा संपर्क प्रकल्प को लेकर आए हैं।यह निश्चित रूप से इस भारत विकास परिषद के कार्यों को देखते हुए उन्होंने विश्वास प्रकट करते हुए अपने संसाधनों से विद्यालय का शुभारंभ किया। ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि हम उसको संजोये रखे। वहां मौजूद सभी लोगों ने इस प्रकल्प की सराहना की ओर विमन्दित बच्चों ने देशभक्ति गीत गाकर सभी का मन मोहा। यह निरंतर 30 बच्चों के डे बोर्डिंग के साथ अधिकांश 15 बच्चों तक की आवासीय व्यवस्था के साथ संचालित होगा। इसका संचालन मुख्य रूप से इस मनोविज्ञान का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली आशा काबरा, निहारिका तोषनीवाल एवं संस्थान की कोषाध्यक्ष प्रेमलता ओझा बालकों को शिक्षण देंगे। कार्यक्रम के अंत में आभार गिरीश अग्रवाल ने जताया। संचालन गुनमाला अग्रवाल एवं ओमप्रकाश कोगटा ने किया।