जयपुर। जिले के भांकरोटा में फर्जी तरीके से बांग्लादेशी नागरिकों के सरकारी दस्तावेज बनाने के मामले में पुलिस ने 20 से अधिक ई-मित्र संचालक सहित अन्य लोगों को डिटेन किया है। पुलिस इन संचालकों और उनके कर्मचारियों से बांग्लादेशियों के दस्तावेज बनाने के तरीके पूछ रही है। जानकारी में सामने आया है कि पुलिस जल्द इन संचालक और ई-मित्र पर काम करने वाले कर्मचारियों को गिरफ्तार कर सकती हैं। बांग्लादेशियों के फर्जी तरीके से आधार कार्ड व पहचान पत्र बनाने के मामले में कुछ ई-मित्र संचालकों की भूमिका सामने आई है। इस संबंध में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक सोहाग खान, नोजू फकीर व सहयोग करने वाले स्थानीय फिरोज कुरैशी से पूछताछ में कई लोगों के नाम सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार इस गिरोह ने बड़ी संख्या में अवैध तरीके से सीमा पार से आए बांग्लादेश के नागरिकों के राजस्थान सहित भारत के कई राज्यों के दस्तावेज बनवाए हैं। पुलिस इस संबंध में पूछताछ कर तस्दीक कर रही है।
राजस्थान ही नहीं अन्य राज्यो में भी बांग्लादेशी
पुलिस की रडार पर आए बांग्लादेशियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कैसे उन लोगों ने राजस्थान के लोगों की आईडी का सहारा लेकर अपने फर्जी दस्तावेज एजेंसी के सहारे बनाए। एक फर्जी परिचय पत्र बनाने के लिए कई सेंटर के लोगों ने 500 से 1 हजार रुपए लिए हैं। वहीं, ई-मित्र संचालकों ने पुलिस की सख्ती के बाद से गायब रहना शुरू कर दिया है। अलग-अलग थाना पुलिस अभी तक 20 से अधिक ई-मित्र संचालक और सेंटर पर काम करने वाले अन्य लोगों को डिटेन कर पूछताछ कर चुकी है। इसी पूछताछ में कई नाम सामने आए हैं। इसे लेकर वैस्ट जिला पुलिस एक बड़े एक्शन की तैयारी कर रही है। वहीं इन बदमाशों ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया- इन लोगों ने राजस्थान में रह रहे बांग्लादेशियों का ही नहीं अन्य राज्यों में बैठे बांग्लादेशियों के भी सरकारी दस्तावेज बना रखे हैं।