अलवर। दीपावली के बाद फिर से एग्रीकल्चर प्लॉटिंग पर अलवर UIT का बुलडोजर चला है। मंगलवार को भूगोर में श्मशान के पास और मंगलम रेजिडेंसी के पीछे करीब 10 से 15 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग के लिए बनाई गई मिट्टी की रोड को हटाया गया। UIT के तहसीलदार अनिल शर्मा ने बताया कि अवैध प्लॉटिंग पर यूआईटी की बराबर कार्यवाही होती है। उसी के अनुसार जेईएन की रिपोर्ट के आधार पर भूगोर में श्मशान घाट से लगती करीब 8 से 10 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। इसके पास ही मंगलम रेजिडेंसी के पीछे भी अवैध प्लॉटिंग पर एक्शन हुआ है। जिसको लेकर पहले खातेदार को नोटिस दिया गया। नोटिस का जवाब नहीं आने के बाद नियम के अनुसार अवैध प्लॉटिंग के लिए डाली जा रही कच्ची रोड को जेसीबी से हटाया गया है। इसके अलावा खातेदार को पाबंद भी कर दिया है। ताकि आगे अवैध प्लॉटिंग नहीं हो। यहां मंगलम रेजिडेंसी के पीछे भी अवैध प्लॉटिंग मिली। वहां भी यूआईटी के दस्ते ने अवैध रोड को तोड़ने का काम किया। ताकि आगे प्लॉटिंग नहीं हो सके।
आसपास में चौतरफा हो गई एग्रीकल्चर प्लॉटिंग
जहां यूआईटी ने अवैध प्लॉटिंग होने से रोका है। उसके चारों तरफ अवैध प्लॉटिंग पहले हो चुकी है। जिस पर मकान भी बन गए। कई जगहों पर मकान तेजी से बन रहे हैं। जिसके कारण यूआईटी प्रशासन पर सवाल उठते हैं। एक बार अवैध प्लॉटिंग को रोका जाता है। कुछ महीनों के बाद उसी जगह कॉलोनी बस जाती है। ऐसा पूरे शहर में होता आ रहा है। हर साल यूआईटी 10 से 15 जगहोंपर एग्रीकल्चर प्लॉटिंग को रोकती है। फिर उस जगह दुबारा प्लॉटिंग होती है और मकान बन जाते हैं। एग्रीकल्चर प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाने की केवल दिखावा मात्र की कार्यवाही है।