जयपुर। सीबीएसई और आईएसटीएम (इंस्टिट्यूट ऑफ सेक्रेटेरिएट ट्रेनिंग एंड मैनेजमेंट) के संयुक्त प्रयास से 2 दिवसीय टीचर ट्रेनिंग ऑफ टीचर्स (ToT) का आयोजन 8 और 9 नवंबर को सुबोध पब्लिक स्कूल, रामबाग, जयपुर में किया गया। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में राजस्थान के विभिन्न जिलों से 80 शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल की प्रिंसिपल कमलजीत यादव, जॉइंट सेक्रेटरी एवं हेड, सीओई, अजमेर, जगदीश बर्मन; डिप्टी सेक्रेटरी, सीओई, अजमेर – संजीव श्रीवास्तव; सीबीएसई के रिसोर्स पर्सन और डिप्टी डायरेक्टर, आईएसटीएम – डॉ. संजीव गुप्ता; मास्टर ट्रेनर – तेज कृष्ण रजदान, और मास्टर ट्रेनर – डॉ. सौरभ मल्होत्रा ने किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को नई पद्धतियों एवं तकनीकों में प्रशिक्षित करना था। सीबीएसई द्वारा देशभर के 15,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है, जो आगे चलकर सीबीएसई स्कूलों के 15 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
बता दें कि नई योजना के तहत अब केमिस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी, मैथ्स, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, सोशयोलॉजी सहित सभी विषयों के टीचर्स के लिए अलग-अलग सब्जेक्ट ओरिएंटेड ट्रेनिंग होगी। इसके लिए सीबीएसई अजमेर रीजन द्वारा करीब 1 हजार टीचर्स को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। ये मास्टर ट्रेनर राजस्थान व गुजरात के 1700 स्कूलों के टीचर्स को ट्रेंड करेंगे। इनमें से पहले चरण में 70 ट्रेनरों की पहली ट्रेनिंग अजमेर में शुरू हुई है। सीबीएसई से संबद्ध करीब 29 हजार स्कूलों में 15 लाख से अधिक टीचर्स लगे हैं। इन सभी को एक साथ ट्रेंड नहीं किया जा सकता। इसके लिए तय किया गया कि पहले मास्टर ट्रेनर तैयार कराए जाएं। ये मास्टर ट्रेनर बाद में अपने-अपने स्कूल के व आसपास के टीचर्स को ट्रेंड करेंगे। इसका फायदा यह होगा कि टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए भी अधिक दूर नहीं जाना होगा और स्कूल की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। सीबीएसई अजमेर रीजन के उपसचिव संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि अजमेर में दो दिवसीय पहली ट्रेनिंग शुरू कराई गई।