जयपुर। मूक बधिर बच्ची के हत्याकांड की सीबीआई जांच और परिजनों को छोड़ने की मांग को लेकर आज दो युवक एमआई रोड स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गए। दोपहर साढ़े 12 बजे जानकारी मिलने पर सिविल डिफेंस और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों युवकों से सम्पर्क करने का प्रयास किया। उन्हें नीचे उतरने को कहा। दोनों युवक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। मोबाइल टावर पर युवकों के चढ़े होने की सूचना मिलने पर विधायपुरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। युवक को समझाने का प्रयास किया। अब तक की जानकारी में सामने आया है कि टावर पर चढ़ने वालों में एक समाजसेवी कमल मीणा शामिल है। कमल ने एक वीडियो जारी कर कहा- केस को लेकर पिछले 6 माह से दर-दर भटक रहे हैं। उन्हें न्याय नहीं मिला। आज हम लोग यहां पर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए चढ़े हैं। सरकार से कई बार मांग कर चुके हैं कि हत्यारे बाहर घूम रहे हैं। उनके परिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में डाला हुआ है। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
क्या है मामला
दरअसल, करौली जिले के हिंडौन में 9 मई को सुबह 9 से 10 बजे के बीच घर के बाहर खेल रही 10 साल की मूक बधिर बच्ची को घर से 100 मीटर दूर खेत में पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। इसके बाद निर्वस्त्र बच्ची दौड़ती हुई अपने घर पहुंची थी। अपने ऊपर पानी डाल लिया था। बच्ची ने मां को इशारों में समझाने की कोशिश कि दो लोग पटरियों की तरफ भाग गए। आग से बच्ची बुरी तरह से झुलस चुकी थी। घटना के बाद परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। बच्ची की हालत नाजुक थी। लिहाजा 9 मई को ही बच्ची को जयपुर SMS रेफर कर दिया गया था। 14 मई को शाम करीब 6:30 बजे मूक बधिर एक्सपर्ट द्वारा बच्ची के बयान रिकॉर्ड किए गए। 20 मई को इलाज के दौरान मौत होने के बाद 21 मई को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।