टोंक (देवली)। जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी को भाषण के बीच महिला का टोकना इतना बुरा लगा कि उन्होंने कह दिया आपके मन में आए, वहां वोट देना। भाजपा प्रत्याशी जीते या हारे, सरकार के फर्क पड़ने वाला नहीं है। जलदाय मंत्री सोमवार सुबह 10 बजे देवली (टोंक) के चांदली गांव में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर के समर्थन में सभा को संबोधित कर रहे थे। इसका वीडियो भी सामने आया है। सभा के दौरान एक महिला पानी की शिकायत लेकर मंत्री से उलझ गई और खरी-खोटी सुना दी। उसकी शिकायत थी कि पानी समय से नहीं आता। आता भी है तो प्रेशर से नहीं आता। यह सुन मंत्री नाराज हो गए।
पढ़िए- मंत्री और महिला
मंत्री कन्हैयालाल चौधरी-तुम्हारे चिल्लाने से काम नहीं होगा। मेरे कहने से काम होगा। मैं समझूंगा तब ही काम होगा। पानी नहीं आ रहा..पानी नहीं आ रहा।
महिला-पब्लिक नहीं चिल्लाएगी तो आप सुनने वाले भी नहीं हो (इस दौरान मौके पर मौजूद गांव वालों ने महिला को शांति बनाए रखने को कहा)।
मंत्री कन्हैयालाल चौधरी– तुम्हारे लिए कोई काम करवाना हो तो बोलो..मैं बहस करने नहीं आया। राजेंद्र जीतेंगे या हारेंगे, इससे सरकार के कोई फर्क नहीं पड़ने वाला..हमारी काम करने की इच्छा नहीं होती तो यहां नहीं आते…पांच साल पहले तुमने जिस आदमी को चुनकर भेजा…उससे क्यों नहीं पूछा पैसा कहां गया…उसने चौकीदारी क्यों नहीं की?
मोदी ने पैसा भेजा, जिसने खाए उससे पूछो न..लोग उनसे नहीं पूछेंगे..जो काम करने वाला है, उसको ही कहेंगे लोग…वोट तो आपके मन में आए वहां देना…आपको कसम है मन में आए वहां वोट देना काकी।
(महिला फिर तेज आवाज में कुछ कहती है)
मंत्री कन्हैयालाल चौधरी-काकी थोड़ी शांति तो रख…चुप भी रह…तू तो अपने आपको जाने क्या मान रही है…थोड़ा शांति रख।
(इसके बाद मंत्री ने पूछा-पानी की टंकी कहां बनी हुई है ?)
ग्रामीण-चांदली माताजी के वहां पर बनी हुई है।
मंत्री कन्हैयालाल चौधरी-माताजी कितनी दूर है यहां से ?
ग्रामीण– 3 किलोमीटर है। लाइन झोपड़ियों में होकर दे रखी है। जिसके कारण प्रेशर नहीं आ रहा है।
मंत्री ने ठेकेदार के कर्मचारी को कहा-सुन रे भैया अब तो लाइन नई डाल या कुछ भी कर मुझे कोई मतलब नहीं यहां पानी प्रेशर के साथ आना चाहिए।
मंत्री-मैं चांदली माताजी तो नहीं हूं जो फूंक मारते ही पानी ला दूं। पानी आता ही आएगा।
भाजपा ने देवली-उनियारा से बीजेपी ने पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से केसी मीना मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस के बागी निर्दलीय नरेश मीना ने चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है।