टोंक। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का समर्थन किया है। उन्होंने एसडीएम अमित चौधरी की कार्यशैली को गलत बताते हुए नरेश मीणा द्वारा थप्पड़ मारने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि एसडीएम ने दबाव बनाकर जबरन तीन वोट डलवाए, ऐसे में नरेश मीणा का गुस्सा लाजिमी थी। थप्पड़ मारने का मामले में जांच के बाद आगे की नियमानुसार कार्रवाई होगी, लेकिन एसडीएम के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। रामनारायण मीणा ने कहा- इस मामले में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को आगे आकर नरेश मीणा को छुड़ाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। वे सरकार के सामने अपना पक्ष रखें कि नरेश मीणा के साथ मारपीट, ज्यादती हुई है। केस चले, वो अलग चीज है, उसका फैसला कोर्ट करेगा, लेकिन अभी सवाल उसकी रिहाई का है। वह प्रमुख प्रत्याशियों में शामिल है। उसे नहीं छुड़ाया तो समाज, आम मतदाताओं, पूरे राजस्थान में मैसेज जा रहा है कि सरकार निर्दलीय प्रत्याशी के खिलाफ ज्यादती कर रही है। रामनारायण मीणा ने कहा कि पुलिस ने नरेश मीणा के साथ ज्यादती की है। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि ने ग्रामीणों की मांग पर समय पर ध्यान दिया होता तो यह घटनाक्रम नहीं होती है। समरावता में आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट के लिए रामनारायण मीणा ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। मीणा ने कहा कि लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण हुई कार्रवाई को लेकर भी दोषी अफसरों, कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
किरोड़ीलाल पर भी कंसा तंज
मीणा ने कहा- किरोड़ीलाल मीणा का नरेश बहुत सम्मान करता है। समाज के भी लीडर हैं लेकिन उन्होंने मेरे टाइम पर समाज के कई लोगों को हरा दिया। लेकिन इस मामले में नरेश मीणा और गांव वालों का साथ देना चाहिए। पुलिस ने लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण मारपीट की है। उधर इस मामले को लेकर देवली-उनियारा विधायक रामनारायण मीना शुक्रवार को समरावता भी गए। उन्होंने हालात का जायजा लिया और पीड़ित लोगों से बातचीत और इसे पूरी तरह से प्रशासन की लापरवाही बताया।