जयपुर। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी तरीके से निर्धारित वक्त पर पूरा करने के लिए अब कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा TBT (टैबलेट बेस्ड टेस्ट) मोड पर भर्ती परीक्षा के आयोजन की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर जल्द ही जयपुर में मॉक टेस्ट का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें सामान्य परीक्षाओं की तरह स्टूडेंट्स शामिल होंगे। इस मॉक टेस्ट में नकल माफिया के तौर पर भी आईआईटी और देश के टॉप हैकर्स पेपर लीक कर धांधली करने की कोशिश करेंगे। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया- भर्ती परीक्षाओं में नकल और धांधली रोकने के लिए बोर्ड ने टैबलेट मोड पर भर्ती परीक्षा की आयोजन की तैयारी की है। यह प्रक्रिया कितनी कारगर होगी। इसको जांचने के लिए सबसे पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। यह मॉक टेस्ट नवंबर के आखिरी सप्ताह या फिर दिसंबर के पहले सप्ताह में जयपुर में आयोजित होंगे। इसमें चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा। आलोक राज ने बताया- टैबलेट बेस्ड टेस्ट मोड प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसे रोकने के लिए कर्मचारी चयन बोर्ड और जयपुर एमएनआईटी की टीम मौजूद रहेगी। आईआईटी कानपुर और देश के टॉप हैकर्स की दो टीम एग्जाम प्रक्रिया को क्रैक करने के लिए जयपुर पहुंचेगी। ऐसे में अगर हैकर्स की टीम इस प्रक्रिया में गड़बड़ी कर देगी तो TBT (टैबलेट बेस्ड टेस्ट) मोड प्रक्रिया पर फिर से विचार किया जाएगा।
टेंडर से लिए जाएंगे टैबलेट
अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से पूरी हो गई। भविष्य में टैबलेट मोड पर कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के आयोजन करने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से टैबलेट जिला स्तर पर मंगवाए जाएंगे। जहां स्टूडेंट्स टैबलेट पर क्वेश्चन पेपर देख सकेंगे। वहीं, ओएमआर शीट पर आंसर देकर पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।
सरकारी संस्थानों में कंप्यूटर की कमी
आलोक राज ने बताया- फिलहाल राजस्थान में ऑनलाइन और ऑफलाइन दो मोड पर कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भर्ती परीक्षा का आयोजन करवाया जा रहा है। इसमें ऑनलाइन CBT (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) मोड में भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है। कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा ज्यादातर परीक्षा केंद्र सरकारी होते हैं। जहां इतनी बड़ी संख्या में कंप्यूटर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यहां भर्ती परीक्षा के आयोजन में ज्यादा वक्त लग सकता है। वहीं, प्राइवेट संस्थान की विश्वसनीयता पर एक राय नहीं है। ऐसे में बोर्ड द्वारा टैबलेट मोड पर भर्ती प्रक्रिया के आयोजन की तैयारी की जा रही है।