जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में सलेक्ट एसआई की पोस्टिंग रोक दी है। हाईकोर्ट ने ट्रेनी एसआई की पासिंग आउट परेड पर रोक लगाते हुए पूरे मामले में यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। अब 2021 की एसआई भर्ती में चयनित एसआई को पोस्टिंग नहीं दी जा सकेगी। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने रोक के आदेश दिए हैं। कैलाश चंद शर्मा और अन्य की याचिका पर फैसला देते हुए हाईकोर्ट ने कहा- याचिका के लंबित रहने के दौरान 2021 के चयनित ट्रेनी एसआई की पासिंग आउट परेड नहीं होगी। याचिकाकर्ता की तरफ से एडवोकेट हरेंद्र नील ने पैरवी की। बता दें कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आ चुकी है। एसओजी इस धांधली की जांच कर रही है। एसओजी ने 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई को पेपरलीक, नकल और डमी कैंडिडेट बैठाने के मामले में अरेस्ट कर चुकी है।
अब तक 50 ट्रेनी एसआई हो चुके हैं गिरफ्तार
एसआई भर्ती 2021 में पेपर लीक के मामले में एसओजी अब तक 50 ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रैल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी।
RPSC के पूर्व सदस्य रामू राईका को किया था गिरफ्तार
SI भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका, उसके बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका की भी गिरफ्तारी हुई थी। रामूराम राईका ने अपने बेटे-बेटी के लिए एसआई परीक्षा से 6 दिन पहले ही पेपर की व्यवस्था कर दी थी। रामूराम जानता था कि बेटे-बेटी पेपर को भी एक-दो दिन में पढ़कर पास नहीं कर सकते थे। इसलिए छह दिन तक दोनों बच्चों को पेपर की तैयारी कराई गई थी। एसओजी की पूछताछ में आरोपी राईका ने बताया था कि उसे पेपर तत्कालीन RPSC मेंबर बाबूलाल कटारा से मिला था। इसके बाद निलंबित मेंबर कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया गया। जब देवेश और शोभा से एसओजी ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया था कि ट्रेनिंग सेंटर में और भी एसआई है, जो पेपर लीक से जुड़े हैं। इसके बाद दिनेश और प्रियंका की गिरफ्तारी हुई थी।